पाकिस्तानी संगठन जैश ए मोहम्मद ने जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद से भारत सरकार लगातार इनपर कड़ी निगरानी और सख्त कार्रवाई की मांग पाकिस्तान और वैश्विक स्तर पर उठा रही है. मसूद अजहर के नेतृत्व वाला ये आतंकी संगठन कथित तौर पर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर से चलाया जा रहा है. जानिए, कैसा है इस संगठन का हेडक्वार्टर.
जैश का हेडक्वार्टर लाहौर से लगभग साढ़े 4 सौ किलोमीटर दूर बहावलपुर में है. यहां कथित तौर पर एक मस्जिद और एक मदरसे से संगठन अपनी तमाम आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है.
भारत की कड़ी आपत्ति के बाद पाक सरकार ने पहली बार बहावलपुर स्थित मदरसातुल साबिर और मस्जिद सुभानअल्लाह को नियंत्रण में लेने की घोषणा की. इसपर निगरानी के लिए दो प्रशासक भी नियुक्त किए गए हैं.
जैश से ताल्लुक रखने वाले युवाओं के लिए बहावलपुर कॉम्पलेक्स को एंट्री गेट भी माना जा सकता है, यहां से फिर बालाकोट में ट्रेनिंग होती है, जिसे उनकी पदोन्नति भी माना जा सकता है.
आतंकियों का ये हेडक्वार्टर मामूली जगह नहीं, बल्कि तमाम सुविधाओं से युक्त है. यह करीब तीन एकड़ में फैला हुआ है, जहां आतंकियों की ट्रेनिंग होती है. माना जा रहा है कि यहां लगभग 600 युवा लगातार प्रशिक्षण पाते हैं.
मसूद अजहर को इस जगह को अपने मुताबिक बनाने में लगभग तीन साल का वक्त लगा. इसमें जिम की सुविधा भी है तो साथ ही एक बड़ा सा स्विमिंग पूल भी है.
सभी तरह की मॉर्डन सुविधाओं से भरपूर ये हेडक्वार्टर बनाने के लिए जैश के सरगना मसूद को न केवल सरकार से मदद मिली, बल्कि इसके लिए मिडिल ईस्ट, अफ्रीका और यूके से भी फंड इकट्ठा किया गया. मसूद अजहर से जुड़े सारे लोग और उनके परिवार के सदस्य जैसे भाई और दूसरे रिश्तेदार भी जैश के इसी कॉम्पलेक्स के भीतर रहते हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि मस्जिद सुभानअल्लाह में सारी बड़ी मीटिंग्स हुआ करती हैं, जिसमें जैश के तमाम बड़े ओहदेदार होते हैं. इसके अलावा हर शुक्रवार को मसूद अजहर के भाई मुफ्ती अब्दुल असगर या कोई दूसरा बड़ा अधिकारी युवाओं को जोशीले भाषण देता है ताकि वे जेहाद के लिए हर तरह से तैयार हो सकें.