भारत ने इजरायली कंपनी से किया स्पाइक एंटी-टैंक मिसाइल्स का सौदा रद्द कर दिया है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने सरकार को भरोसा दिया है कि वह दो साल के भीतर इसका विकल्प बनाकर दे देगा.
इजरायल की कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स को सौदा रद्द होने के बारे में बता दिया गया है. DRDO का दावा है कि वह VEM टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के साथ मिलकर कम कीमत में ऐसी ही मिसाइल बना रहा है.
देश में ही मिसाइल बनाने को तरजीह इसलिए दी गई क्योंकि DRDO टेस्टिंग के दूसरे दौर में पहुंच चुका है. रक्षा मंत्रालय ने DRDO को इसलिए भी चुना क्योंकि इससे सरकार के ‘मेक इन अभियान’ को भी बल मिलेगा. DRDO ने कहा है कि वह 2021 तक ऐसी मिसाइल्स बनाकर दे देगा.
भारत और इजरायल के बीच 321 स्पाइक लॉन्चर्स और 8,356 मिसाइल्स का सौदा अक्टूबर 2014 में हुआ था. दिसंबर 2017 में सौदा रद्द कर DRDO को दे दिया गया. जनवरी 2018 में जब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत आए तो सौदा फिर हुआ.
वहीं, भारत और अमेरिका के बीच करीब 10 बिलियन डॉलर के रक्षा सौदों पर बातचीत चल रही है. भारत को अमेरिका से 10 Poseidon-8I पैट्रोल एयरक्राफ्ट चाहिए. यह प्रस्ताव रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अगुआई वाली काउंसिल को भेजा गया है.