छत्तीसगढ़ में रहने वाले बिहार के लोगों को भूपेश सरकार ने एक बड़ा तोहफा दिया है. बिहार के पारंपरिक पर्व छठ पूजा के दिन अब छत्तीसगढ़ में भी शासकीय अवकाश रहेगा. सरकार ने इसका ऐलान कर दिया है. छठ पूजा के साथ ही विश्व आदिवासी दिवस पर भी छत्तीसगढ़ में शासकीय अवकाश की घोषणा की है. इससे प्रदेश के एक बड़े जन समुदाय को लाभ मिलेगा. विश्व आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश की मांग प्रदेश में लंबे समय से की जा रही थी.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शासकीय अवकाश की घोषणा को लेकर एक ट्वीट किया है. सीएम बघेल ने लिखा है- आप सभी को सूचित करते हुआ बड़ा हर्ष हो रहा है कि छत्तीसगढ़ शासन ने आदिवासी समुदाय की मांग एवं प्रदेश के बड़े जनसमुदाय में प्रचलित छठ पर्व की परंपरा को देखते हुए विश्व आदिवासी दिवस एवं छठ पूजा के अवसर पर सामान्य अवकाश घोषित किया गया है.
आप सभी को सूचित करते हुआ बड़ा हर्ष हो रहा है कि छत्तीसगढ़ शासन ने आदिवासी समुदाय की मांग एवं प्रदेश के बड़े जनसमुदाय में प्रचलित छठ पर्व की परंपरा को देखते हुए विश्व आदिवासी दिवस एवं छठ पूजा के अवसर पर सामान्य अवकाश घोषित किया गया है।
राज्य शासन द्वारा 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस और 2 नवम्बर छठ पूजा का ऐच्छिक अवकाश को सामान्य अवकाश में परिवर्तित करने की अधिसूचना जारी कर दी गई है. आदिम जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने इस निर्णय के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति धन्यवाद देते हुए कहा कि शासन के इस निर्णय से आदिवासियों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हुई है.
इधर छठ पूजा और विश्व आदिवासी दिवस पर समान्य अवकाश के ऐलान के बाद अब छत्तीसगढ़ के पारंपरिक पर्व तीजा पर भी अवकाश देने की मांग की जा रही है. दुर्ग जिले के भिलाई नगर सीट से विधायक देवेन्द्र यादव ने इस मांग को लेकर सीएम भूपेश बघेल को पत्र लिखा है. इसमें तीजा पर्व पर भी अवकाश घोषित करने की मांग की है.