हम सभी लोग ब्रेस्ट टिश्यू के साथ जन्म लेते हैं, जिसमें दूध की नलिकाएं मौजूद होती हैं। लेकिन बदलते समय के साथ-साथ यह अलग तरह से विकसित होते हैं। इस कारण पुरुष और महिलाओं दोनों को ही ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बना रहता है। लेकिन सबसे ज्यादा महिलाओं को यह खतरा ज्यादा रहता है। वैसे पुरुषों में स्तन कैंसर का मामला केवल एक प्रतिशत ही पाया गया है। स्तन कैंसर के दौरान आपकी छाती के आसपास लाल रंग का बढ़ना, धब्बे पड़ना जैसे लक्षण आपको दिख सकते हैं। इसलिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि पुरुषों में स्तन कैंसर किन कारणों से होता है।
जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती जाती है, उनमें स्तन कैंसर के होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा जो पुरुष अधिकतर शराब का सेवन करते हैं, उनमें स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है। शराब आपके लिवर को नुकसान पहुंचाता है, जो आपके हार्मोन लेवल को भी प्रभावित करता है। जैसे कि एस्ट्रोजन स्तर बढ़ सकता है, जिससे आपके स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आपकी छाती का दूसरे तरह के कैंसर के विकिरण के साथ इलाज किया गया है तो आप में स्तन कैंसर के होने की संभवना अधिक होती है। अगर आप प्रोस्टेट कैंसर के लिए एस्ट्रोजेन लेते हैं या अंडकोष के टेस्टिकल जैसी किसी समस्या के लिए टेस्टिकल निकालने की सर्जरी हुई है तो भी आपकी समस्याएं बढ़ सकती हैं।
अगर आपके भाई-बहन या परिवार के किसी सदस्य को कैंसर रहा है तो आपमें स्तन कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। जो लड़के XY के बजाए XXY गुणसूत्र से पैदा होते हैं तो उनमें पुरुष स्तन कैंसर का खतरा 20 से 60 गुना बढ़ जाता है। इस स्थिति को क्लाइनफेल्टर सिंड्रोम कहते हैं। कैंसर का पता लगाने के लिए मैमोग्राम या अल्ट्रासाउंड जैसे इमेजिंग टेस्ट भी किए जा सकते हैं। आपको बायोप्सी की भी जरूरत पड़ सकती है।
पुरुष स्तन कैंसर के लिए सर्जरी सबसे आम उपाय है। इसमें सामान्य तौर पर एक मास्टेक्टॉमी शामिल होती है, जो आपके स्तन के ऊतक और अरोला और किसी भी आसपास के लिम्फ नोड्स को निकाल देती है।, जहां कैंसर फैल गया हो।