केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के बलरामपुरम में एक बुजुर्ग महिला के मौत का मामला सामने आया है। महिला के मौत के पीछे की जो वजह सामने आई है वो है संपत्ति विवाद जिसकी वजह से उसके छोटे बेटे ने हफ्तों तक बंद रखा और यातनाएं देता रहा। शनिवार शाम एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। बेटे के अपनी मां पर जुर्म की पोल तब खुल पाई जब महिला की बेटी और पड़ोसियों ने पुलिस को इस बारे में सूचना दी।
क्या है मामला
तिरुवनंतपुरम जिले के बलरामपुरम के रहने वाले 75 साल ललिता को संपत्ति विवाद को लेकर उनके छोटे बेटे विजयकुमार ने घर में बंद कर दिया था। गुरुवार, 19 सितंबर को, ललिता की बेटी एल जया और पड़ोसियों ने पुलिस को इस बारे सूचित किया कि उन्हें घर में बंद ललिता से मिलने नहीं दिया जा रहा। जब पुलिस घर पर पहुंची, तो उन्होंने पाया कि घर और कैंपस के गेट बंद थे और इसके बाद उन्होंने दरवाजा तोड़ दिया। पुलिस ने ललिता को अत्यंत दयनीय स्थिति में पाया, उसके घावों में कीड़े पड़ गए थे। यही नहीं महिला के शरीर ठीक ढंग से पूरे कपड़े भी नहीं थे।
लीवर सिरोसिस बीमारी से पीड़ित थी महिला
75 वर्षीय महिला की हालत इतनी गंभीर थी कि वे उसे तुरंत अस्पताल ले गए जहाँ उसका इलाज हो रहा था। आगे की जांच में यह पता चला कि वह 6 महीने से लीवर सिरोसिस नाम की बीमारी से पीड़ित थी। बेटे को अपनी मां की बीमारी का पता होने के बावजूद भी उसने उसके इलाज से इनकार कर दिया था।
ललिता के पोते सतीश ने बताया कि “मेरी दादी के खाते में 15 लाख रुपये हैं, जो मेरे दादा की मृत्यु के बाद उनके नाम किया गया था। उसकी दो बेटियों और दो बेटों का उस पर समान अधिकार है, लेकिन विजयकुमार सारा पैसा लेना चाहते थे। इसको लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। इस झगड़े के बाद, उन्होंने किसी भी रिश्तेदार को मेरी दादी के पास जाने की अनुमति नहीं दी।”
ललिता की मौत के बाद सतीश का कहना है कि परिवार विजयकुमार के खिलाफ मामला दर्ज करेगा। विजय कुमार ने न केवल उनका इलाज रोक दिया था, बल्कि वह उसे भी प्रताड़ित करते थे और उसे चलने के लिए मजबूर करता था।
बता दें कि इस मामले में पुलिस ने पहले विजयकुमार को गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में उन्हें जमानत मिल गई है।