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छत्तीसगढ़ – कांग्रेस नेता ने 25 किसानों से खरीदा 44 लाख का चना-अरहर; भुगतान नहीं, थाना पहुंचे किसान

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सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम वीरेंद्र नगर में किसानों से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। गल्ला व्यापारी कांग्रेसी नेता ने यहां अप्रैल 2019 में 25 किसानों से करीब 44 लाख रुपए का चना-अरहर खरीदा था। लेकिन 7 महीने बाद भी इसका भुगतान नहीं किया है। तंग आकर बुधवार को पीड़ित किसान थाना पहुंच गए। 


आरोपी गल्ला व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने मांग की। इस पर थाने में उपस्थित एसआई डीएस साहू ने पीड़ित किसानों का एक-एक कर बयान लिया। इस दौरान पीड़ित किसान अपनी शिकायत टीआई (थाना प्रभारी) से करना चाहते थे, लेकिन वे किसी काम से जिले से बाहर गए हुए थे। किसान अपनी जिद के चलते दिनभर थाने में ही बैठे रहे, लेकिन जब टीआई नहीं आए, तो पुलिसकर्मियों ने किसानों को कल आना कहकर लौटा दिया। मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित किसान सुबह 10 बजे थाने पहुंच गए थे। दोपहर 3 बजे तक वे थाने में ही टीआई का इंतजार करते रहे।

मांग: गल्ला व्यापारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करें

पीड़ित किसानों में सरपंच-उपसरपंच भी शामिल: वीरेन्द्र नगर के करीब 25 किसानों का भुगतान गल्ला व्यापारी ने अटका दिया है। पीड़ित किसानों में सरपंच धन्नूलाल पटेल, उप-सरपंच संजय कौशल, हरिशचंद साहू, पीसीलाल साहू समेत अन्य किसान शामिल है।

दशहरा तक मांगा था भुगतान, नहीं दिया, अब धोखाधड़ी की आशंका 
पीड़ित किसानों की मानें, तो अप्रैल 2019 में गल्ला व्यापारी आकिब खान के पास चना व अरहर बेचा था। प्रत्येक किसानों को डेढ़ से 2 लाख रुपए व्यापारी से लेना है। लेकिन वह भुगतान में आनाकानी कर रहा है। दशहरा तक भुगतान मांगा था, लेकिन नहीं दिया। किसानों के मुताबिक अब जब कभी भी व्यापारी के घर जाते हैं, वह दिसंबर महीने तक पैसा दूंगा कहता है।

वीरेन्द्र नगर का आकिब, ब्लॉक कांग्रेस का सोशल मीडिया प्रभारी है 
गल्ला व्यापारी आकिब खान राजनीतिक रूप से भी सक्रिय है। ब्लॉक कांग्रेस सहसपुर लोहारा का सोशल मीडिया प्रभारी है। वीरेंद्र नगर गांव में उसका गल्ला व्यवसाय करता है। किसानों से उनकी उपज खरीदता है। बताया कि वीरेंद्र नगर के अलावा ग्राम रणवीरपुर, रणजीतपुर समेत कुछेक अन्य गांव के किसानों से भी चना-अरहर खरीदी की है। 

लोहारा में नई मंडी का निर्माण हुआ पर उद्‌घाटन नहीं, इसलिए गल्ला व्यापारियों को उपज बेचना मजबूरी
किसानों की इस हालत के लिए जिला व मंडी प्रशासन जिम्मेदार है। जिले में सिर्फ कवर्धा मंडी में ही उपज की खरीदी-बिक्री हो रही है। दूर-दराज गांवों से किसान यहां उपज बेचने आते हैं। इससे उन्हें परिवहन खर्च अधिक पड़ता है। इस कारण वे क्षेत्र में सक्रिय ऐसे गल्ला व्यापारियों के पास अपनी उपज बेचने को मजबूर हैं। पंडरिया में कृषि मंडी है, लेकिन 12 साल से बंद पड़ा है। सहसपुर लोहारा में भी नई मंडी बनी है, लेकिन उद्घाटन न हाेने से यहां खरीदी शुरू नहीं हो पाई है। 

बयान लिया जा रहा है
 वीरेन्द्र नगर के किसान अपनी उपज का भुगतान नहीं मिलने की शिकायत लेकर थाने आए हैं। उनका बयान लिया जा रहा है। जांच के बाद संबंधित गल्ला व्यवसायी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। 
मुकेश साहू, टीआई, सहसपुर लोहारा थाना 

करीब 22 किसान पहुंचे थे 
 किसानों को लौटाया नहीं है। करीब 22 किसान पहुंचे थे, उनका बयान दर्ज किया गया है। कुछेक किसान छूट गए हैं, इसलिए उन्हें कल थाने बुलवाए हैं।