आइडिया पेमेंट बैंक के ग्राहकों के लिए बड़ी खबर है.आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक अपना कारोबार समेटने जा रहा है. ET में छपी खबर के मुताबिक भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सोमवार को बताया कि कंपनी के अपनी मर्ज़ी से अपना कारोबार समेटने का आवेदन करने के बाद उसके लिक्विडेशन को मंजूरी दे दी गई है. रिजर्व बैंक ने कहा कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने डेलॉयट टूश तोमात्सु इंडिया एलएलपी के वरिष्ठ निदेशक विजयकुमार वी. अय्यर को इसके लिए लिक्विडेटर नियुक्त किया है.
इस साल जुलाई की शुरुआत में आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक ने अपना कारोबार समेटने की घोषणा की थी. कंपनी ने इसके पीछे अहम वजह ‘अप्रत्याशित घटनाक्रम’ के चलते कारोबार का ‘अव्यवहारिक’ होना बताई थी.
अप्रैल 2016 में आइडिया सेल्युलर ने सब्सिडियरी आइडिया मोबाइल कॉमर्स सर्विसेज को पेमेंट बैंक में मर्ज कर आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट बैंक नाम दिया था. अब इस पेमेंट बैंक के बंद होने के बाद केवल एयरटेल, पेटीएम, जियो, इंडिया पोस्ट जैसी प्रमुख कंपनियों की पेमेंट बैंक सेवा उपलब्ध होगी.
भुगतान बैंकिंग बाजार में अब तक चार कंपनियां बोरिया बिस्तर समेट चुकी हैं. टेक महिंद्रा, चोलामंडलम इन्वेस्टमेंट एंड फाइनेंस कंपनी और दिलीप सांघवी, आईडीएफसी बैंक लिमिटेड और टेलीनॉर फाइनेशियल सर्विसेज के गठबंधन में बना भुगतान बैंक बाजार छोड़ने की घोषणा पहले ही कर चुके हैं.
20 जुलाई को जारी किया था ग्राहकों को संदेश
बैंक ने अपने ग्राहकों से 20 जुलाई 2019 को कहा था कि वो सभी लोग जो पेमेंट बैंक के ग्राहक हैं, अपने बैलेंस को जल्द से जल्द ट्रांसफर करा लें. आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट बैंक को 17 महीने पहले अप्रैल 2016 में शुरू किया गया था. यह पेमेंट बैंक आदित्य बिड़ला नुवो और आइडिया सेल्युलर का संयुक्त उपक्रम है. इसमें आदित्य बिड़ला नुवो की 51 फीसदी हिस्सेदारी है. बैंक को अगस्त 2015 में भारतीय रिजर्व बैंक से पेमेंट बैंक के लिए लाइसेंस मिला था.