ज़माना बदल चुका है। हर चीज़ आजकल तकनिकी से व्यक्ति के लिए आसान बन चुकी है। फ्रीज, कूलर, टीवी, मोबाइल आदि अविष्कारों ने आज के लोगों का जीवन काफी हद तक बदल दिया है। और साथ ही इंसान के जीवन जीने का तरीका भी बदल चूका है। अविष्कार इतने हो चुके हैं कि जिसकी गिनती नहीं लगायी जा सकती है।
आज हम ऐसे ही अविष्कार की बात करने जा रहे है। जो पहले के ज़माने से आज तक चर्चा में है। जी हाँ ,हम बात कर रहे है कैमरे की। जितना कम ये पहले चर्चा में था आज उतनी ही चलना में है। ये बात तो आप अच्छे से समझ सकते हैं।
आप आज के कैमरे के बारे में सभी कुछ जानते ही होंगे। लेकिन शायद दुनिया के सबसे पहले कैमरे के बारे में नही जानते होंगे। तो आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं। दुनिया के सबसे बड़े कैमरे का निर्माण जॉर्ज लारेंस नामक व्यक्ति ने सन 1900 में किया था। ऑल्टन रेलवे की सबसे बड़ी रेल की तस्वीर खींचने के लिए यह कैमरा बनाया गया था, इस कैमरे को उठाने के लिए 15 लोगों की जरुरत पड़ी थी और इसको चलाने के लिए भी 15 लोगों की आवश्यकता पड़ी थी। इसके फोटो का साइज़ 8×4.5 फीट था। इस कैमरे की कीमत उस समय 5,000 डॉलर थी जो की उस समय के हिसाब से लाखों रूपए थी।