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कोरोना नहीं लॉकडाउन का डर, कोविड कहर के बीच क्यों है मुंबई के बाजारों में भीड़

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महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बढ़ रहे हैं. हालात ऐसे हैं कि सरकार और राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) खुद लॉकडाउन (Lockdown) लगाने की चेतावनी दे चुके हैं. मुंबई में हर दिन मामले बढ़ रहे हैं. बीते शुक्रवार को रोज मिलने वाले मामलों का आंकड़ा अक्टूबर 2020 के बाद पहली बार 1500 को पार कर गया. इसके बावजूद शहरवासियों के बीच कोरोना वायरस का कोई डर नहीं है.

राज्य के कई इलाकों में लॉकडाउन लगा दिया गया है. कई क्षेत्रों में सख्त पाबंदियां जारी हैं. इसके बावजूद मुंबई के बाजार दुकानदारों और खरीदारों से खचाखच भरे हुए हैं. ऐसा ही नजारा साउथ मुंबई के क्रॉफोर्ड मार्केट का है. यहां कारोबार बगैर किसी सोशल डिस्टेंसिंग के जारी है. केवल युवा ही नहीं, बुजुर्गों ने भी बाजार पहुंचकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है.

मुंबई में ऐसे हैं हालात
पूरी जनवरी मुंबई में रोज 500 या इससे कम मामले मिल रहे थे. मार्च में यह आंकड़ा एक हजार को पार कर गया. बीते शनिवार को शहर में 1700 से ज्यादा नए मरीज पाए गए हैं. मुंबई में ज्यादातर मामले ऊंची बिल्डिंग्स से मिल रहे हैं. शहर में अब तक 200 से ज्यादा भवन सील किए जा चुके हैं. वहीं, 30 एक्टिव कंटेनमेंट जोन हैं. सरकार बाजार, सिनेमाघर, रेस्त्रां और विवाह समारोह में नई पाबंदियां लगाने की तैयारी कर रही है. हालांकि, जमीनी हकीकत ज्यादा डराती है.

महाराष्ट्र के प्रभावित इलाकों में बेकाबू हालात
महाराष्ट्र में कोविड बेकाबू नजर आ हा है. नागपुर, औरंगाबाद, कल्याण डोंबिविली जिलों में पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया गया है. वहीं, मुंबई के पड़ोसी जिले ठाणे में 16 हॉटस्पॉट पर 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है. पुणे सिटी में जारी प्रतिबंधों को और कड़ा किया गया है. ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि मुंबई में आंशिक लॉकडाउन लग सकता है. ठाकरे की पार्टी ने चेतावनी दे दी है कि अगर लोग नियमों का पालन नहीं करेंगे, तो लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है.

हालांकि, दुकानदार और खरीदार दोनों ही लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं. 40 साल के कामरान बताते हैं कि यह समय गंभीर होने का है. उन्होंन कहा ‘हमारे जैसे छोटे कारोबार और यहां तक कि आम आदमी दूसरा लॉकडाउन बर्दाश्त नहीं कर सकता है. हमारी शॉप में लोगों को बगैर मास्क के अनुमति नहीं दी जाती है. हमारे पास सैनिटाइजर भी है. लेकिन इसके बाद भी लोग पालन नहीं करेंगे, तो हम सभी को खामियाजा भुगतना होगा.’ कारोबारियों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू और रेस्त्रां, शादियों और बाजारों पर पाबंदियां ठीक हैं, लेकिन पूर्ण लॉकडाउन उनके व्यापार को खत्म कर देगा.