हनी ट्रैप में जासूसी का मामला सामने आया है. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी द्वारा छद्म नाम से संचालित सोशल मीडिया अकाउंट पर संपर्क में रहते हुए भारतीय सेना की सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजने में लिप्त लक्ष्मणगढ़ निवासी संदिग्ध आकाश महरिया को गिरफ्तार किया गया है.
एडीजी इंटेलिजेंस उमेश मिश्र ने बताया कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी द्वारा छद्म नाम से संचालित सोशल मीडिया अकाउंट पर संपर्क में रहते हुए भारतीय सेना की सामरिक महत्व की सूचनाएं
भेजने में लिप्त लक्ष्मणगढ़ निवासी संदिग्ध आकाश महरिया को गिरफ्तार किया गया है. आकाश महरिया को राजस्थान से समस्त सूचना एजेंसियों द्वारा पूछताछ करने के पर जासूसी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने पर सीआईडी विशेष शाखा जयपुर के स्पेशल पुलिस स्टेशन पर शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है.
काफी समय से जासूसी में था सक्रिय
पूछताछ में जानकारी में आया कि आकाश महरिया काफी समय से जासूसी गतिविधियों में सक्रिय था. इस मामले में सबसे पहले इंटेलिजेंस जयपुर को प्राप्त इनपुट के आधार पर गोपनीय रूप से निगरानी रखते हुए डेवलप किया गया. जिसके बाद समस्त कार्रवाई को अंजाम देने के लिए सीआईडी की विशेष टीम और मिलिट्री इंटेलिजेंस द्वारा खुफिया तरीके से निगरानी रखी जा रही थी.
मेहरिया के सेना से छुट्टी लेकर गांव आने पर सभी एजेंसियों द्वारा पूछताछ की गई. पूछताछ में सामने आया कि आकाश महरिया साल 2018 में सेना की भर्ती में शामिल हुआ था. साल 2019 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद जुलाई से पाकिस्तानी महिला एजेंट द्वारा छद्म नाम से बनाई गई. फेसबुक अकाउंट से रिक्वेस्ट आने के बाद जुड़ गया.
मोबाइल से भेजी सूचनाएं
पूछताछ में आरोपी आकाश ने अपने मोबाइल से पाकिस्तान महिला एजेंट से संपर्क में रहने और भारतीय सेना के सामरिक महत्व की सूचनाएं भेजना बताया है. आरोपी के मोबाइल का तकनीकी परीक्षण कराए जाने पर सामरिक महत्व की सूचनाएं और पाकिस्तानी महिला एजेंटों से कई प्रकार की अश्लील चैटिंग का रिकॉर्ड भी मिला है. आरोपी आकाश का मोबाइल जप्त कर लिया गया है. अब आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड मांग कर विस्तृत पूछताछ की जाएगी.