रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव नौ साल के लंबे अंतराल के बाद पिछले दिनों पहली बार पाकिस्तान (Pakistan) की यात्रा पर पहुंचे, जहां उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की ओर से पाकिस्तानी नेताओं को ‘महत्वपूर्ण’ संदेश दिया. इस संदेश में लावरोव ने कहा कि रूस पाकिस्तान की जरूरत के मुताबिक हर तरह की मदद देने को तैयार है. यही नहीं रूस पाकिस्तान में 8 अरब डॉलर का निवेश करना चाहता है. रूस और पाकिस्तान के बीच इस बढ़ती दोस्ती से भारत की टेंशन बढ़ सकती है.
पाकिस्तान अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने लावरोव और पाकिस्तानी नेताओं के बीच बैठक में मौजूद एक अधिकारी के हवाले से यह दावा किया है. अधिकारी ने बताया कि लावरोव ने मुलाकात के दौरान कहा, ‘मैं राष्ट्रपति पुतिन की ओर से संदेश लेकर आया हूं कि हम पाकिस्तान की हर उस मदद को करने के लिए तैयार हैं जिसकी उसे जरूरत है.’ पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि लावरोव की बात को अगर दूसरे शब्दों में कहें तो रूसी राष्ट्रपति ने हमें एक खुलकर सहायता देने का ऑफर दिया है.
पाकिस्तान की मदद को तैयार पुतिन
पाकिस्तानी अधिकारी ने दावा किया कि पुतिन पाकिस्तान की हर तरीके से मदद करने को तैयार हैं. अधिकारी ने लावरोव के हवाले से कहा, ‘अगर आप गैस पाइपलाइन, कॉरिडोर, डिफेंस या किसी अन्य सहयोग को लेकर उत्सुक हैं तो रूस इसको लेकर खड़ा है.’ रूस और पाकिस्तान पहले से ही नॉर्थ-साउथ गैस पाइपलाइन को लेकर सहयोग कर रहे हैं. रूस कुल मिलाकर 8 अरब डॉलर का निवेश पाकिस्तान में करना चाहता है.
विशेष सैन्य सहायता देने के लिए रूस तैयार
रूसी एयर डिफेंस सिस्टम खरीदने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तानी अधिकारी ने कहा कि रूस इस क्षेत्र में पाकिस्तान के साथ सहयोग बढ़ाना चाहता है. इससे पहले रूसी विदेश मंत्री ने कहा था कि आतंकवादियों के खिलाफ पाकिस्तान की क्षमता बढ़ाने के लिए रूस उसे विशेष सैन्य सहायता देने को तैयार है. बता दें भारत का प्रभाव कम करने के लिए पाकिस्तान लंबे समय से रूस पर डोरे डाल रहा है. अफगानिस्तान संकट सुलझाने में भी रूस अब पाकिस्तान की मदद ले रहा है. रूस-पाकिस्तान की बढ़ती दोस्ती से भारत की मुश्किल बढ़ सकती है जो रूसी हथियारों पर काफी हद तक निर्भर है.