उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) और ग्रेटर नोएडा में एनसीईआरटी (NCERT) की किताबों को लेकर फर्जीवाड़ा चल रहा है. क्लास 9 से लेकर 12वीं तक की किताबों में यह फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. पुराने सत्र की किताबों को नया बताकर महंगी कीमत पर बेचा जा रहा है, जबकि उन किताबों के पब्लिशर्स भी चालू सत्र के लिए मान्यता प्राप्त नहीं हैं. जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस संबंध में सभी छात्रों को अलर्ट किया है. स्कूल-कॉलेज में भी सूचना भिजवा दी गई है. वहीं, किताबों में फर्जीवाड़ा (Fraud) करने वालों को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है.
डीआईओएस (गौतमबुद्ध नगर) धर्मवीर सिंह ने बताया कि कक्षा 9 से लेकर 12वीं तक 28 सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं. 28 सब्जेक्ट की एनसीईआरटी 55 किताब जारी करती है. यह सभी 55 किताब बाजार में बेचने के लिए यूपी के चार पब्लिशर्स और वितरक मैसर्स काका संस प्राइवेट लिमिटेड नोएडा, मैसर्स राजीव प्रकाशन प्रयागराज, मैसर्स आलोक प्रिंटर्स आगरा और मैसर्स रवि ऑफसेट प्रिंटर्स एंड पब्लिकेशन आगरा को जिम्मेदारी दी गई है.
फर्जीवाड़ा कर जिन किताबों को बेचा जा रहा है, उन पर सत्र 2018-19 लिखा हुआ है. जबकि चालू सत्र में पढ़ाने के लिए 2019-20 की किताबों को मान्यता दी गई है. कुछ दुकानदार पुरानी किताबें बेच रहे हैं, जो चालू सत्र की किताबों के मुकाबले महंगी भी हैं.
छात्रों को इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट किया जा रहा है. स्कूल-कॉलेज की दीवारों पर सूचना चस्पा कराई गई है. वहीं स्कूल के प्रिंसीपल को भी सूचना भेज दी गई है. साथ ही निर्देश दिए गए हैं कि इस सूचना को टीचर और छात्रों के सभी सोशल मीडिया ग्रुप में भेजा जाए
दुकानदारों को भी अलर्ट करते हुए कहा गया है कि वो सचिव माध्यमिक शिक्षा, प्रयागराज के निर्देश अनुसार सिर्फ सत्र 2019-20 की किताबें ही बेचें. छात्रों और उनके अभिभावकों से कहा गया है कि वो किताबें खरीदते वक्त किताब पर ऊपर बताए गए चारों पब्लिशर्स के नाम और 2019-20 लिखा हुआ जरूर देखें.