वास्तु शास्त्र के अनुसार सकारात्मक ऊर्जा के संचार से घर में खुशहाली, समृद्धि और तरक्की आती है। परिवार का पारिवारिक वातावरण सुखमय बना रहता है। तो वहीं नकारात्मक ऊर्जा के कारण जीवन में कलह-क्लेश दरिद्रता और दुर्भाग्य आता है इसलिए घर और आसपास के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा होना बहुत आवश्यक होता है। वास्तु शास्त्र में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए जाते हैं। इन्हीं में से कुछ सुझाव बहुत ही आसान और कारगर मानें जाते हैं। यदि इन वास्तु सुझावों को नियमित रूप से अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर लिया जाए तो कई तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलती है साथ ही आपके घर में खुशहाली व सकारात्मकता का वातावरण बनता है। इन बातों को ध्यान में रखते हैं तो घर में किसी प्रकार से धन-धान्य की कमी नहीं होती है। तो आइए जानते हैं कि प्रतिदिन कौन से आसान कार्यों को करके जीवन में सुख-शांति, समृद्धि और तरक्की पाई जा सकती है।
वास्तु के अनुसार गुरुवार, मंगलवार और रविवार को छोड़कर प्रतिदिन पानी में नमक मिलाकर पोंछा लगाना चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
धन रखने की अलमारी के पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। लेकिन कभी भी झाड़ू नहीं रखनी चाहिए।
अपनी तिजोरी या धन की अलमारी को इस तरह से रखें कि उसका दरवाजा उत्तर दिशा की ओर खुले। इससे हमेशा धन की बरकत बनी रहती है।
वास्तु के अनुसार घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व की दिशा के कोने में कांच की बोतल में नमक भरकर रखना चाहिए। माना जाता है कि इससे धन की आवक अच्छी होती है।
घर में नल को हमेशा कसकर बंद करना चाहिए। यदि किसी नल से पानी टपकता है तो तुरंत सही करवाना चाहिए। बेवजह पानी बहने से आर्थिक तंगी आती है।
शयनकक्ष या रसोई में कभी भी मंदिर न बनाएं। इससे घर में क्लेश और आर्थिक परेशानियां आती हैं।
बाथरूम में स्नान करने के बाद उसे साफ करके सुखाकर दरवाजे को बंद करके रखना चाहिए। बाथरूम गंदा, गीला और हर समय खुला रहने से नकारात्मकता बढ़ती है जिससे आर्थिक परेशानियां आती हैं।
घर के उत्तर या पूर्व दिशा में तुलसी का पौधा लगाना चाहिए और प्रतिदिन जल देने के साथ दीपक जलाना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
घर में कांटेदार या दूध निकलने वाले पौधे न लगाएं यदि हैं तो हटा दें। इन पौधों से नकारात्मकता बढ़ती है।
शयन कक्ष में यदि आइना लगा है तो इस बात का ध्यान रखें कि सोते समय उसमें आपके शरीर का कोई भाग नहीं दिखना चाहिए। माना जाता है कि इससे शरीर में रोग पनपते हैं। यदि शीशा लगा है तो रात में मोटे कपड़े से ढककर रखें।
पति-पत्नी के कमरे में ठीक पलंग के सामने या पीछे की ओर शीशा नहीं लगाना चाहिए। इससे पति, पत्नी में क्लेश बढ़ता है।