वाशिंगटन, एजेंसी: जॉनसन एंड जॉनसन ने दावा किया है कि, उनके द्वारा विकसित वैक्सीन ने डेल्टा कोरोनावायरस के खिलाफ प्रभावी परिणाम दिखाए हैं। गुरुवार देर रात कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी। साथ ही बताया गया कि, कोविड-19 वैक्सीन की एक ही डोज ने प्रयोगशाला अध्ययन के दौरान अधिक संक्रामक डेल्टा कोरोनावायरस के खिलाफ प्रभावी परिणाम दिखाए हैं।
परीक्षण के दौरान आठ मरीजों के बल्ड टेस्ट से पता चला है कि डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन द्वारा प्राप्त प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बीटा वेरिएंट की तुलना में ज्यादा थी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि डेल्टा कोरोनावायरस विश्व स्तर पर प्रमुख संस्करण बनता जा रहा है, जिसके चलते ये चिंता का विषय है कि, क्या मौजूदा वैक्सीन इसके खिलाफ प्रभावी होगी या नहीं। अब तक, प्रारंभिक आंकड़ों से पता चला है कि फाइजर और बायो एन टेक, एस्ट्राजेनेका और मॉडर्न द्वारा बनाई गई वैक्सीन डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करती है।
जॉनसन एंड जॉनसन के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी पॉल स्टॉफेल्स ने कहा कि हमारा मानना है कि हमारी वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ स्थाई सुरक्षा प्रदान करती है और डेल्टा वेरिएंट की गतिविधि को बेअसर करता है।
वहीं, रोग विशेषज्ञों का मानना है कि जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन को डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी होने के लिए फाइजर/बायोएनटेक या मॉडर्न टीके के बूस्टर शॉट्स की आवश्यकता हो सकती है। जॉनसन एंड जॉनसन ने पीयर रिव्यू से पहले, अप्रकाशित क्लिनिकल स्टडीज का एक मुफ्त ऑनलाइन संग्रह, बायोरेक्सिव वेबसाइट पर प्रीप्रिंट के रूप में डेटा जमा किया है। वहीं, एक अलग अध्ययन के आंकड़ों से यह भी पता चला है कि टीका प्राप्त करने वालों का इम्यून रिस्पांस कम से कम आठ महीने तक रहा। जॉनसन एंड जॉनसन के ड्रग्स बिजनेस में रिसर्च एंड डेवलपमेंट के प्रमुख मथाई मैमन ने कहा कि, जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन का सिंगल-शॉट एक मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है जो कम नहीं होता है, बल्कि वक्त के साथ सुधार देखा जा सकता है।