उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में एक थानेदार को मोबाइल फोन घूस में मांगना भारी पड़ गया. घूस के चक्कर में एसएसपी ने थानेदार को पहले लाइन हाजिर कर दिया, अब निलंबन की प्रक्रिया चल रही है. कीमती मोबाइल फोन की लालच, थानेदार की कुर्सी पर भारी पड़ गई. भोजीपुरा थाने में तैनात इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने अपने थाना क्षेत्र के ही एक ग्राम प्रधान से मोबाइल फोन की डिमांड कर दी.
आरोप है कि विपक्षी पार्टी पर कार्रवाई करने के एवज में थानेदार ने ग्राम प्रधान से 50 हजार की कीमत वाले मोबाइल फोन की डिमांड की जिसका चैट WhatsApp पर वायरल हो गया. आरोप है कि जिस ग्राम प्रधान से मोबाइल की डिमांड की गई है, उसी प्रधान के गांव में प्रधानी चुनाव को लेकर वर्तमान ग्राम प्रधान और पूर्व ग्राम प्रधान पक्ष के लोगों में टकराव की स्थिति है. गांव के लोगों का कहना है कि भोजीपुरा थानेदार अशोक कुमार, पूर्व प्रधान के पैरोकार बने हुए हैं. पीडित प्रधान ने इंस्पेक्टर भोजीपुरा का WhatsApp चैट वायरल कर दिया, जिसकी चर्चा अफसरों तक पहुंच गई.
आला अधिकारियों से प्रधान ने की शिकायत
जिस ग्राम प्रधान से थानेदार ने मोबाइल की डिमांड की, उसी ग्राम प्रधान ने बरेली रेंज के आईजी रमित शर्मा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिल कर लिखित शिकायत दी. एसएसपी बरेली ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एक अधिकारी को पूरे प्रकरण की जांच सौंपी. एएसपी ने जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया भोजीपुरा थाना प्रभारी अशोक कुमार की भूमिका संदिग्ध मानी है.
थानेदार का निलंबन है तय
एएसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर भोजीपुरा थाना प्रभारी अशोक कुमार को एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने रविवार रात लाइन हाजिर कर दिया है. अब उनके निलंबर की कार्यवाही की जा रही है. थाना प्रभारी अशोक कुमार का निलंबन तय है. एसएसपी बरेली रोहित सिंह सजवाण ने WhatsApp ग्रुप के जरिए जानकारी दी है कि भोजीपुरा थाना प्रभारी के निलंबन की प्रक्रिया जारी है.