देश की राजधानी में कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए स्कूल-कॉलेज खोलने को लेकर दिल्ली सरकार ने अभिभावकों से सुझाव मांगा था. इसको लेकर डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि 65% अभिभावकों ने दिल्ली में भी स्कूल खोले जाने का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार इस बारे में विशेषज्ञों से राय-मशविरा कर रही है, अभी स्कूल-कॉलेज नहीं खुल रहे हैं. डीडीएमए की बैठक में भी इस बात पर चर्चा की गई थी, लेकिन अभी स्कूल खोलने पर फैसला नहीं लिया गया है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार ने राजधानी के स्कूलों को खोलने के संबंध में सुझाव मांगे थे. इसको लेकर जितने भी सुझाव आए हैं, उन पर एक्सपर्ट्स से डिस्कस किया जाएगा. उनके जो भी सुझाव होंगे उसके बाद ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा. कोशिश की जाएगी कि आने वाले समय में जल्द से जल्द स्कूल खोले जाएं. जिस तरीके के सुझाव लोगों के आए हैं, उसमें से 65% पैरेंट्स का कहना था कि स्कूल खोल दिए जाएं. ज़्यादातर पैरेंट्स का कहना है कि कॉलेज भी खोल देना चाहिए. उन्होंने कहा कि उसी क्रम में डीडीएमए की मीटिंग में भी चर्चा हुई थी, इस पर निर्णय बाद में लिया जाएगा. सिसोदिया ने कहा कि अभी एडमिशन का समय है, जिसके लिए बच्चों को स्कूल आना होगा. ऐसे में एडमिशन और प्रैक्टिकल के लिए स्कूल में बच्चों को बुलाया जा सकता है, ये इजाजत दी गई है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने सोमवार को एक मैराथन दौड़ का आयोजन किया. आज़ादी के 75वें वर्ष में दिल्ली सरकार अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर इस साल को यादगार बनाने में जुटी है. इसी कड़ी में 9 अगस्त यानी अगस्त क्रांति दिवस पर अमृत उत्सव का आयोजन किया गया. इस मौके पर दिल्ली सचिवालय में एक दौड़ हुई, जिसे उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और मुख्य सचिव विजय देव ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. वे दोनों भी इस दौड़ में शामिल हुए.
आपको बता दें कि दिल्ली में आज से 10वीं और 12वीं कक्षा तक के स्कूल आज से खोले जाने की अनुमति दी गई है. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने रविवार को इस बाबत आदेश जारी किया था. इसके तहत सोमवार से आंशिक तौर पर 10वीं से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को खोले जाने की अनुमति दी गई है. DDMA के आदेश के मुताबिक छात्र एडमिशन, काउन्सलिंग, गाइडेंस और प्रैक्टिकल से जुड़े काम के लिए सोमवार से स्कूल जा सकते हैं.