कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान में भारत ने एक बड़ा मुकाम हासिल कर लिया है. देश भर में अब तक 75 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज़ दिए जा चुके हैं. आबादी के हिसाब से बात करें तो देश की करीब 44 प्रतिशत आबादी को कम से कम एक डोज़ लग चुका है.
वहीं करीब 14 प्रतिशत को दोनों डोज़ लग चुके हैं. 18 साल से ऊपर की आबादी के हिसाब से देखें को 94 करोड़ में से 60% आबादी को कम से कम एक डोज़ लग चुका है. वहीं करीब 19 प्रतिशत को दोनों डोज़ लग चुके हैं.
वैक्सीन की सप्लाई बढ़ने के साथ ही अगस्त के आखिरी हफ्ते से टीकाकरण की रफ्तार में तेजी आई. सितंबर में रोजाना औसत 74 लाख लोगों को डोज़ दिए गए जबकि अगस्त महीने में औसतन 59 लाख डोज़ ही रोजाना लग रहे थे.
27 अगस्त के बाद से देश में तीन बार एक दिन में एक करोड़ से ज्यादा टीकाकरण हो चुका है. एक दिन में सबसे ज्यादा डोज़ की बात करें तो 31 अगस्त को एक करोड़ चालीस लाख डोज़ दिए गए. अब तक, छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों – सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, गोवा, दादरा और नगर हवेली, लद्दाख और लक्षद्वीप में पूरी वयस्क आबादी को कम से कम एक डोज़ दी जा चुकी है.
पूरी वयस्क आबादी को कब तक मिल जाएगी वैक्सीन की पहली डोज़?
देश में 18 साल से ऊपर टीकाकरण के योग्य करीब 94 करोड़ की जनसंख्या है. अब तक 75 करोड़ आबादी को एक डोज़ दी जा चुकी है. औसतन अगर 75 लाख डोज़ दिए जाते हैं तो बची हुई 19 करोड़ जनसंख्या को एक डोज़ देने में 25 दिन और लगेंगे. यानी अक्टूबर के मध्य तक देश की पूरी आबादी को टीके का एक डोज़ मिल जाएगा. देश में जैसे टीकाकरण की अवधि बढ़ रही है वैसे वैसे रफ्तार में तेजी आ रही है.