रूस (Russia) में कोरोना वायरस जनित महामारी के कारण पिछले 24 घंटे में 1,028 मरीजों की मौत (Covid-19 Dealy Death) हो गई जो कोविड-19 से प्रतिदिन होने वाली मौतों की सर्वाधिक संख्या है. इसके साथ ही सरकार के मंत्रिमंडल ने सुझाव दिया है कि महामारी को फैलने से रोकने के लिए एक सप्ताह तक अवकाश घोषित किया जा सकता है.
देश में अब तक कोविड-19 से कुल 2,26,353 मरीजों की मौत हो चुकी है जो कि अब तक यूरोप में सबसे ज्यादा है. उप प्रधानमंत्री तात्याना गोलिकोवा ने 30 अक्टूबर से शुरू कर एक सप्ताह का अवकाश घोषित करने का सुझाव दिया है क्योंकि 30 अक्टूबर के बाद सात दिन में से चार दिन सरकारी अवकाश है. इस प्रस्ताव को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की मंजूरी मिलना बाकी है.
दरअसल कोरोना के डेल्टा वैरिएंट की वजह से हाल तक यूरोप के कई देशों में महामारी का जबरदस्त कहर रहा है. यूनाइटेड किंगडम सहित अन्य देशों में डेल्टा वैरिएंट की वजह से मरीजों की संख्या एकाएक बढ़ गई थी. अब रूस में एकाएक बढ़े मामलों के पीछे डेल्टा वैरिएंट को वजह माना जा रहा
लगातार बढ़ रही हैं रोजाना होने वाली मौतें
प्रतिदिन सामने आने वाले संक्रमण के मामलों में भी वृद्धि होना जारी है. टीकाकरण की धीमी रफ्तार, एहतियात बरतने के प्रति जनता का ढुलमुल रवैया और पाबंदी लगाने के प्रति सरकार की आनाकानी इसकी प्रमुख वजहें हैं. रूस की लगभग 32 प्रतिशत जनता या साढ़े चार करोड़ लोगों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है.
रूस ने सबसे पहले की थी कोरोना वैक्सीन बनाने की घोषणा
बता दें कि रूस दुनिया का पहला देश है जिसने कोरोना वैक्सीन बनाने की घोषणा की थी. बीते साल अगस्त महीने में जब दुनिया के अन्य देश वैक्सीन बनाने की कोशिश में लगे थे तब रूस ने स्पतूनिक-V वैक्सीन की घोषणा कर दी थी. ये घोषणा खुद राष्ट्रपित व्लादिमिर पुतिन ने की थी. हालांकि तब इस वैक्सीन के डेटा और ट्रायल पर सवाल खड़े किए गए थे.