गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वालों के लिए सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. नई गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग अब तक बिन वैक्सीन के हैं, उन्हें इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने नहीं दिया जाएगा. इसके अलावा 15 साल से कम उम्र के बच्चों को भी परेड में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी. दिल्ली पुलिस ने इसके लिए नई गाइडलाइन जारी की है. पुलिस ने कहा है कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के लिए कोविड के हर प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा. राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान मास्क पहनना अनिवार्य होगा और फिजिकल डिस्टेंस का ख्याल रखना होगा.
एक डोज वाले जा सकते हैं परेड में?
पुलिस की नई गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग अब तक वैक्सीन की सिंगल खुराक ली है, उन्हें भी परेड में शामिल होने की अनुमति नहीं है. पुलिस ने कहा परेड में सिर्फ उन्हीं लोगों को शामिल होने की अनुमति है जो अनिवार्य रूप से वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली है.देश में पिछले साल 16 जनवरी से वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत की गई थी. पहले इसे हेल्थ केयर और फ्रंटलाइन वर्कर तक सीमित रखा गया बाद में 18 साल से उपर सभी व्यक्तियों को वैक्सीन दी जाने लगी. अब तक देश में1.5 अरब वैक्सीन के डोज लगाए जा चुके हैं.
वैक्सीन सर्टिफिकेट भी लाना अनिवार्य
नई गाइडलाइन के मुताबिक जो लोग समारोह में भाग ले रहे हैं, उनके लिए वैक्सीन सर्टिफिकेट लाना अनिवार्य है. 15 साल से कम उम्र के बच्चों को कार्यक्रम में आने की अनुमति नहीं है. आगुंतकों के लिए बैठने के ब्लॉक सुबह 7 बजे खुलेंगे. इस बार पार्किंग सीमित है, इसलिए कार पूल या टैक्सी से समारोह में पहुंचने की सलाह दी गई है. रिमोट कंट्रोल कार लॉक चाबी रखने की व्यवस्था हर पार्किंग एरिया में की जाएगी. पुलिस ने आगुंतकों से अनुरोध किया है कि प्रवेश पत्र के साथ वैध पहचान पत्र (आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) साथ लाएं.
दिल्ली में 27 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात
दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने रविवार को कहा कि इस बार गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर दिल्ली में 27, 713 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. उन्होंने कहा कि आतंकरोधी कार्रवाई के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुल बल में 71 पुलिस उपायुक्त (DSP), 213 ACP, 713 निरीक्षक, दिल्ली पुलिस कमांडो, सशस्त्र बटालियन अधिकारी और जवान और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 65 कंपनियां शामिल हैं. पिछले दो महीनों से दिल्ली पुलिस राष्ट्रीय राजधानी में आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है. दिल्ली हमेशा असामाजिक तत्वों के निशाने पर रही है. इस साल भी हम अलर्ट पर हैं. पिछले दो महीनों से हम अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय में दिल्ली में आतंकवाद विरोधी कार्रवाई तेज कर रहे हैं.