वैश्विक स्तर पर आशंकाओं के बीच सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार को भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी बुरी तरह क्रैश हो गए।
दोपहर बाद के कारोबार में सेंसेक्स 950 अंक या 1.50% से ज्यादा टूटकर 65,500 अंक के नीचे आ गया। वहीं, निफ्टी की बात करें तो 300 अंक या 1.50% अंक लुढ़क कर 19450 अंक पर आ गया।
शुरुआती कारोबार में बीएसई इंडेक्स के 30 शेयरों में टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा स्टील, टाटा मोटर्स के शेयर में बड़ी गिरावट रही। यह शेयर 2 प्रतिशत से ज्यादा टूट गया। इसके अलावा एनटीपीसी, एलएंडटी, जिंदल स्टील, बजाज फाइनेंस के शेयर भी रेंगते नजर आए। इंडेक्स के 27 से ज्यादा शेयर रेड जोन में दिख रहे थे।
अमेरिका की रेटिंग घटाई: बता दें कि फिच रेटिंग्स ने अमेरिका सरकार की क्रेडिट रेटिंग (साख) को घटा दिया है। 2011 के बाद यह पहला मौका है जबकि अमेरिका की रेटिंग घटाई गई है। रेटिंग एजेंसी ने संघीय, राज्य और स्थानीय स्तर पर बढ़ते कर्ज और पिछले दो दशक में कामकाज के संचालन के मानकों में लगातार गिरावट का हवाला देते हुए यह कदम उठाया है। फिच ने अमेरिका सरकार की रेटिंग को एक पायदान घटाकर ट्रिपल ए (एएए) से एए प्लस कर दिया है। हालांकि, यह अब भी निवेश श्रेणी की रेटिंग है। फिच ने कहा कि यह इस स्तर पर सबसे ऊंची संभावित रेटिंग है।
क्या है मायने: फिच का यह कदम दिखाता है कि बढ़ते राजनीतिक ध्रुवीकरण तथा खर्च और करों पर अमेरिका में बार-बार होने वाले गतिरोध के कारण अमेरिकी करदाताओं को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। क्रेडिट रेटिंग में कमी अमेरिका सरकार के लिए कर्ज की लागत बढ़ा सकती है। अमेरिका के इतिहास में यह दूसरा मौका है जबकि जबकि उसकी साख घटाई गई है। इससे पहले 2011 में रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने सरकार की ऋण सीमा पर चले लंबे गतिरोध के बाद उसकी एएए रेटिंग को घटा दिया था।
मंगलवार को बाजार का हाल: बीते मंगलवार को बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव रहा। बीएसई का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 68.36 अंक यानी 0.10 प्रतिशत गिरकर 66,459.31 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 66,658.12 अंक के ऊपरी और 66,388.26 अंक के निचले स्तर पर भी आया। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का सूचकांक निफ्टी भी 20.25 अंक यानी 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,733.55 अंक पर बंद हुआ।