रायपुर : वेतन विसंगति समेत विभिन्न मांगों को लेकर 21 अगस्त से हड़ताल कर रहे आरएचओ यानी बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को एस्मा के तहत बर्खास्त करने के बाद नौकरी जाने के डर से अब ये जिला स्वास्थ्य अधिकारी से बहाली की गुहार लगा रहे हैं अस्पतालों में टीकाकरण समेत अन्य अव्यवस्थाओं को जल्द दुरुस्त करने सामुदायिक व उप-स्वास्थ्य केंद्रों में सीएचओ यानी कम्युनिटी हैल्थ आफिसर को कमान सौंपने के निर्देश दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य सरकार कर्मचारियों को नाराज करने का जोखिम नहीं उठाना चाहती. यही वजह है सीएम की ओर से स्वास्थ्य विभाग को बर्खास्त कर्मचारियों पर कड़ाई न बरतने कहा गया है.
सीएचओ को सौंपी जाएगी कमान;
अस्पतालों में व्यवस्था सुधारने के मद्देनजर फिलहाल सीएमएचओ ने टीकाकरण की कमान सीएचओ को सौंपने का निर्णय लिया है. इनके सहयोग के लिए एनएम-2 कर्मचारी भी लगेंगे. से ये अपना काम शुरू कर देंगे. इससे बच्चों का टीकाकरण एक बार फिर नियमित रूप से शुरू होने की उम्मीद है.
स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा एक्शन लेते हुए राज्य भर में 5 हजार से अधिक आरएचओ को बर्खास्त कर दिया है. इसमें 205 बिलासपुर जिले के शामिल हैं. इन कर्मचारियों की हड़ताल व बर्खास्तगी के चलते अस्पमातालों में मुख्य रूप से बच्चों का टीकाकरण प्रभावित हो रहा है. बतादें कि 0 से 5 साल तक के बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षित रखने निर्धारित समयावधि में टीकाकरण किया जाता है. इसके लिए जिला अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क टीकारकरण होता है. अस्पतालों में यह काम मुख्य रूप से आरएचओ के जिम्मे रहता है. लेकिन इनके हड़ताल पर चले जाने से बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पा रहा है. अभिभावक बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंच रहे हैं, उन्हें यहां से उल्टे पांव लौटना पड़ रहा है. वर्तमान में जिला अस्पताल छोड़ कहीं भी टीकाकरण नहीं हो रहा है. जिला अस्पताल में भी नियमित रूप से टीकाकरण न होने से यहां से भी लोगों को लौटना पड़ रहा है. व्यवस्था बनाने लगातार मांग के बाद भी अभी तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है.