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बीजेपी : राजनीति में दिलचस्पी रखने वाले नेताओं मे मंत्रणा का दौर शुरु, जानें- क्या है पार्टी की रणनीति!

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छत्तीसगढ में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने दो सूची मे 85 प्रत्याशियों के नाम का एलान कर दिया है.

जिसमें सरगुजा संभाग के 14 विधानसभा सीट में एक सीट को छोडकर सभी 14 सीट पर बीजेपी ने अपने चेहरे तय कर लिए हैं.

लेकिन जिस चौदहवीं सीट पर कंडीडेट डिसाइड नहीं हुआ है. उसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

चर्चा इसलिए भी तेज हो गई है क्योंकि इस सीट से खुद डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव तीन बार से विधायक हैं और बीजेपी का इस सीट पर चेहरा डिसाईड ना करना.

राजनैतिक पंडितों को भी परेशान कर रहा है. क्योंकि चर्चा कुछ और ही है.

बीजेपी ने अपनी दूसरी सूची में आज 8 नामों का एलान कर दिया है.

आचार संहिता लगने के चंद घंटो में जारी बीजेपी की सूची मे सरगुजा के कुछ नाम हैरान कर देने वाले हैं.

तो कुछ नाम को टिकट मिलना तय माना जा रहा था. दरअसल आज जारी बीजेपी की दूसरी सूची में सूबे की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत से केन्द्रीय मंत्री और सरगुजा सांसद रेणुका सिंह को टिकट दिया गया है.

उसके बाद बीजेपी ने मनेन्द्रगढ विधानसभा से पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल और बैकुंठपुर विधानसभा से पूर्व केबिनेट मंत्री भईया लाल राजवाडे को फिर से टिकट दिया गया है.

इधर बलरामपुर जिले के सामरी विधानसभा से बीजेपी ने जिला पंचायत सदस्य और पूर्व संसदीय सचिव सिद्धनाथ पैकरा की धर्मपत्नी उधेश्वरी पैकरा को प्रत्याशी बनाया है.

अब बात करें संभाग के जशपुर जिले की तो जशपुर विधानसभा से रायमुनि भगत , कुनकुरी विधानसभा से पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के साथ ही पत्थलगांव विधानसभा से मौजूदा सांसद गोमती साय को बीजेपी ने टिकट दिया है.

अम्बिकापुर नहीं हुआ फाइनल


बीजेपी की दूसरी सूची मे छत्तीसगढ की दूसरी हाई प्रोफाइल सीट अम्बिकापुर से बीजेपी ने कोई भी नाम तय नहीं किया है.

जिसके बाद अब अम्बिकापुर के बीजेपी नेता और राजनीति दिलचस्पी रखने वाले नेताओं मे मंत्रणा का दौर शुरु हो गया है.

गौरतलब है कि अम्बिकापुर सीट से सूबे के डिप्टी सीएम और पूर्व नेता प्रतिपक्ष टी एस सिंहदेव कांग्रेस के तय उम्मीदवार माने जा रहे है.

ऐसे में इसके पहले बीजेपी में जिन तीन नाम को यहाँ से प्रत्याशी के लिए भेजा था. उस पर अब तक मुहर ना लग पाने से तरह तरह की चर्चाएँ होने लगी है.

एक चर्चा तो ये है कि बीजेपी आलाकमान अब अम्बिकापुर से डमी कैंडिडेट उतारने के मूड में नही है. और टी एस सिंहदेव के सामने जिताऊ कंडीडेट बीजेपी के लिए बडी चुनौती है.

पांच नाम पहली सूची में घोषित


सरगुजा संभाग की 14 सीट के लिए बीजेपी ने पहली सूची मे 5 नाम घोषित किए थे.

उसमें सूरजपुर के प्रेमनगर सामान्य सीट से भूलन सिंह और भटगांव सामान्य सीट से जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी राजवाडे का नाम तय हो गया था.

उसी के साथ सूरजपुर की प्रतापपुर सीट से शकुंतला पोर्ते और रामानुजगंज से पूर्व राज्य सभा सांसद और पूर्व गृहमंत्री रामविचार नेताम पर बीजेपी ने दांव खेला है.

वहीं अम्बिकापुर जिले की लुंड्रा विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी ने पूर्व महापौर प्रबोध मिंज को उम्मीदवार बनाया था.

जिसके साथ सोमवार 9 अक्टूबर को जारी दूसरी सूची मे 8 नामों पर मुहर लग गई है. मतलब अब बीजेपी ने संभाग की 14 मे 13 सीट पर अपने चेहरे तय कर दिए है.

बस बचा है तो डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव के सामने चेहरा उतारने का.

14 सीट पर कांग्रेस कब्जा


सरगुजा संभाग की 14 सीट पर 2018 में हुए चुनाव में सभी सीट पर बीजेपी का हार का मुँह देखना पडा था.

और कांग्रेस ने सभी 14 सीट जीतकर सूबे में कांग्रेस सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाई थी.

इसके साथ ही प्रदेश में कांग्रेस का 15 साल का वनवास भी खत्म हो गया था. दरअसल 2018 के चुनाव में ये चर्चा थी कि अगर कांग्रेस सरकार बनती है तो टी एस सिंहदेव सीएम बनेंगे.

सरगुजिहा सरकार के नारे का ऐसा असर हुआ कि संभाग से बीजेपी का सूपडा साफ हो गया था.

इस बार परिस्थितियाँ 2018 जैसी नहीं है. ऐसा खुद टी एस सिंहदेव सार्वजनिक मंच में कह चुके है.

बहरहाल देखना दिलचस्प होगा कि आखिर जिस अम्बिकापुर सीट को लेकर बीजेपी आलाकमान इतनी लंबी मंत्रणा कर रहा है.

इस सीट के लिए बीजेपी के बटुआ में आलाकमान पका क्या रहा है.