शेयर मार्केट एक ऐसी जगह है जहां एक सेकंड की भी देरी हजारों लाखों का नुकसान करा सकती है। इसी को देखते हुए सेबी यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया (SEBI) ने निवेशकों के लिए एक खास प्लेटफार्म तैयार किया है।
अमूमन देखा जाता है कि ट्रेडिंग के समय टेक्निकल ग्लिच आ जाता है तो निवेशक अपने ऑर्डर को एग्जीक्यूट नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से उन्हें समस्या का सामना करना पड़ता है। पर अब सेबी द्वारा बनाए गए इस प्लेटफार्म से वह सारी समस्याएं दूर हो जाएंगी।
क्या है ये खास प्लेटफॉर्म
सेबी ने BSE यानी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के लिए IRRA मतलब इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस को लांच कर दिया है, जो अब ट्रेडिंग के समय आने वाले टेक्निकल ग्लिच से निवेशकों को बचाएगा। इससे भारी भरकम जोखिम तो खत्म होगा ही होगा साथ में बाजार की स्थिति भी मजबूत रहेगी।
कैसे काम करेगा ये इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस
ये इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस उस समय काम करेगा जब निवेशक इसकी जानकारी SEBI को देंगे कि अभी कोई टेक्निकल ग्लिच आया हुआ है। जिसकी वजह से आर्डर एग्जीक्यूट नहीं हो पा रहे हैं। इसमें दो फेस होते हैं एक प्राइमरी साइट और एक डिजास्टर रिकवरी साइट। यह सबसे पहले निवेशकों के द्वारा खरीदे और बेचे गए ऑर्डर का डेटा को लेता है और उसके बाद अपनी रिकवरी साइट को एक लिंक के जरिए निवेशकों तक पहुंचाता है, जिसमें वह यह देख सकते हैं कि उनके द्वारा किए गए ऑर्डर एग्जीक्यूट हो पाए हैं या फिर नहीं। आपको बताते चलें इसकी शुरुआत अक्टूबर 2023 में हो गई थी, लेकिन अब इस सोमवार से इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस को ऑफिशियली लॉन्च कर दिया गया है।