लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार फुल एक्शन में है. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक दिल्ली के सुषमा स्वराज भवन में जारी है. दिन भर चलने वाली ये बैठक आचार संहिता लगने से पहले मंत्रिपरिषद की आखिरी बैठक है.
बैठक में भारत को साल 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के रोडमैप और विजन पर चर्चा होगी. बैठक में एक प्रजेंटेशन विजन इंडिया-2047 भी दिया जाएगा. पीएम मोदी केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. मंत्रिपरिषद की बैठक में सभी मंत्रालयों के सचिव भी मौजूद रहेंगे.
प्रधानमंत्री प्रमुख नीतिगत और शासन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए समय-समय पर मंत्रिपरिषद की बैठकें करते रहे हैं, लेकिन आज होने वाली बैठक लोकसभा चुनावों के मद्देनजर राजनीतिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इस अहम बैठक में पीएम मोदी लोकसभा चुनाव के लिए जीत का मंत्र भी देंगे. इससे पहले एक बैठक में पीएम मोदी ने सभी कैबिनेट मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों का अगले सौ दिनों का रोडमैप बनाने को कहा था.
370 सीटें जीतने का लक्ष्य अकेले बीजेपी ने रखा
पीएम मोदी ने एनडीए गठबंधन के लिए 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. इनमें से 370 सीटें जीतने का लक्ष्य अकेले बीजेपी ने खुद तय कर रखा है. कुछ दिन पहले बीजेपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में भी पीएम मोदी ने अपना प्लान पार्टी को बताया था और लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए 100 दिन का प्लान भी तैयार किया. माना जा रहा है कि आज मंत्रिपरिषद की होने वाली बैठक केंद्र सरकार और बीजेपी के लिए बेहद निर्णायक साबित होने जा रही है. केंद्रीय मंत्रिपरिषद की ये बैठक आज दिन भर चलेगी.
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी
बीते दिन बीजेपी ने लोकसभा चुनावों के लिए अपने 195 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. पार्टी ने इस बार भी पीएम मोदी सहित कई दिग्गजों को चुनाव मैदान में उतारा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ेंगे. उम्मीदवारों की पहली सूची में 34 केंद्रीय मंत्रियों और राज्यमंत्रियों को मैदान में उतारा गया है. बीजेपी की पहली लिस्ट में 195 उम्मीदवारों में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी शामिल हैं. पार्टी का दावा है कि उसने उम्मीदवारों की लिस्ट में महिलाओं और युवाओं के अलावा सभी जातियों और समाज के सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया है. पार्टी ने अपनी पहली लिस्ट के जरिए उन मौजूदा सांसदों को कड़ा संदेश दिया है, जिनका प्रदर्शन उम्मीदों के मुताबिक नहीं रहा है. हालांकि पहली सूची में बीजेपी ने उन सीटों पर फोकस किया है, जिन्हें साल 2019 के चुनावों में पार्टी हार गई थी.