Lok Sabha Election Results 2024: ग्रहों की मानें तो एनडीए और इंडिया के लिए आज का दिन खास है. आज बड़े उलटफेर होने की ख़बरे आ सकती है.
पॉलिटिक्स की दृष्टि से आने वाले दो दिन बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.
ग्रहों की गणना से मानें तो इन दो दिनों में चौंकाने वाली चीजें घटित हो सकती हैं. लेकिन आज का दिन भी कम महत्वपूर्ण नहीं है, इस दिन की स्थिति क्या रहेगी, समझते हैं.
लोकसभा चुनाव के नीतेज घोषित होने के बाद भी दलों ने राजनैतिक बिसात बिछा दी है. हर कोई एक दूसरे की चाल को समझने में लगा है. आज ग्रह नक्षत्रों की चाल कुछ खास है.
प्लस माइनस करने में गुजरेगा दिन
पंचांग के अनुसार इस दिन शाम 7 बजकर 57 मिनट तक चतुर्दशी की तिथि रहेगी. इसके बाद अमावस्या की तिथि आरंभ हो जाएगी. हिंदू पौराणिक ग्रंथों में इस तिथि का विशेष धार्मिक महत्व बताया गया है.
इसी तिथि को अनंत चतुर्दशी, नरक चतुर्दशी और छोटी दिवाली भी मनाई जाती है. इस तिथि को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर भी देखा जाता है. इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नाम के राक्षस का वध किया था.
5 जून की चतुर्दशी सभी दलों के नेताओं के लिए विशेष है. इस दिन वे रणनीति बनाने में व्यस्त रहेगें. उन लोगों को सफलता मिलेगी जो सच्चे मन से लोगों की भलाई के लिए प्रयासरत है, स्वार्थ की भावना से किए गए कार्य और लिए गए निर्णय फलिभूत नहीं होगें.
इस तिथि के देवता गणेश जी हैं. गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है. ये दिन गुणा गणित का रहेगा. सफल वही होगा जो जिस पर गणपति बप्पा की कृपा रहेगी. वहीं जिन लोगों की कुंडली और राजनैतिक दलों की कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति मजबूत है उन्हे विशेष सफलता मिल सकती है.
आज अमावस की रात
5-6 जून को अमावस्या (Amavasya June 2024) की तिथि रहेगी. पंचांग के अनुसार 5 की शाम से ही अमावस की तिथि प्रारंभ हो जाएगी. कह सकते हैं आज अमावस की रात भी है. अमावस की रात ही में कुछ ऐसा होगा, जो नई सरकार के गठन में अहम रोल निभाएगा. ज्येष्ठ का महीना चल रहा है. पौराणिक मान्यता के अनुसार इस मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या की तिथि को ही शनि जयंती का पर्व भी मनाया जाता है.
शनि जयंती (Shani Jayanti 2024) पड़ने के कारण 5-6 जून का दिन सभी पार्टियों के लिए विशेष रहेगा. 2024 में शनि प्रभावी हैं. शनि न्याय के कारक हैं. राजनीति में ये जनता, मजदूर और कमजोर तबके का प्रतिनिधित्व करते हैं.
हिंदू नववर्ष के अनुसार इस वर्ष राजा मंगल तो शनि (Shani Dev) मंत्री की भूमिका में हैं. इसलिए ये तो तय है कि जो भी दल सरकार बनाए वो कमजोर वर्गों की राजनीति करने वाले दलों को अनदेखा नहीं कर पाएगा.