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छत्तीसगढ़ : एचडीएफसी बैंक के एरिया मैनेजर से 44 लाख की ठगी, वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर बनाया शिकार। साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज।

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छत्तीसगढ़ : एचडीएफसी बैंक के एरिया मैनेजर से 44 लाख की ठगी, वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर बनाया शिकार। साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज।

संजय वर्मा एचडीएफसी बैंक में एरिया मैनेजर हैं। वाट्सएप के जरिए आइडी में पैसे डालने के लिए कहा गया। ग्रुप में कुछ लोगों ने मुनाफी की रकम के बारे में ग्रुप में डाला। इसके बाद प्रार्थी भी झांसे में आ गया। ठगों ने पैसे देरे से जमा करने के नाम पर 13 लाख रुपये की पेनाल्टी देने की बात कही।

वाट्सएप ग्रुप में जोड़कर बनाया शिकार। साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज। राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र का मामला है।

आजकल हर तीसरा व्यक्ति शेयर मार्केट में पैसा लगाने की सलाह दे रहा है। अब साइबर ठग भी इसी आड़ में लोगों को झांसे दे रहे हैं। राजेंद्र नगर इलाके के एक बैंक कर्मचारी से शेयर मार्केट में पैसा लगाने से भारी मुनाफा दिलाने का झांसा देकर 44 लाख रुपये ठग लिया गया। साइबर ठगों ने शेयर ट्रेडिंग एप और वाट्सएप ग्रुप के जरिए रकम जमा करवाया। इसके बाद ट्रेडिंग एप और वाट्सएप ग्रुप को बंद कर दिया। इसकी शिकायत पर राजेंद्र नगर पुलिस ने अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।

राजेंद्र नगर थाने में गोल्डन टावर अमलीडीह में निवासी संजय वर्मा ने रिपोर्ट दर्ज करवाई। वे एचडीएफसी बैंक में एरिया मैनेजर हैं। उन्होंने बताया कि दो मई को एक वाट्एसएप ग्रुप में जोड़ा गया। इसके बाद ऑनलाइन सर्वे के लिए लिंक भेजा गया। ग्रुप में 100 से ज्यादा लोग जुड़े हुए थे। इससे उन्हें भरोसा हो गया। 10 दिन बाद शेयर ट्रेडिंग और आइपीओ का लाभ बताते हुए एक आइडी बना दी गई। इसके बाद वाट्सएप के जरिए आइडी में पैसे डालने के लिए कहा गया। ग्रुप में कुछ लोगों ने मुनाफी की रकम के बारे में ग्रुप में डाला। इसके बाद प्रार्थी भी झांसे में आ गया और आइडी को रिचार्ज कर दिया। इसके बाद प्रार्थी ने अलग-अलग कंपनी में पैसा लगाया।

प्रार्थी को झांसे में लेते हुए वीआइपी सदस्य बता दिया। इससे प्रार्थी को भरोसा हो गया। उसे पैसे जमा करने के लिए कहा गया। प्रार्थी ने परिवार और दोस्तों से उधार लेकर 10 लाख 45 हजार रुपये जमा कर दिए। इससे आइडी में 68 लाख 48 हजार रुपये दिखने लगे। इसके बाद प्रार्थी ने पैसे निकालने के लिए कहा तो उन्हें कहा गया कि 18 लाख 40 हजार रुपये जमा करने होंगे। प्रार्थी ने पैसे जमा कर दिया। लेकिन ठगों ने पैसे देरे से जमा करने के नाम पर 13 लाख रुपये की पेनाल्टी देने की बात कही।
साइबर एक्सपर्ट मोहित साहू ने बताया कि शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ठगी बढ़ी है। लोगों को इसमें सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि ठग फर्जी एप का उपयोग करते हैं। ये एप गूगल प्ले स्टोर या एप्पल के स्टोर में डाउनलोड नहीं होते हैं।

ठग फर्जी वेबसाइट के माध्यम से डाउनलोड कराते हैं। किसी भी शेयर मार्केट में तुरंत मुनाफा नहीं होता। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है। सामान्य बैंक खाता या ई-वालेट से शेयर मार्केट में खरीदी नहीं होती है।

  • सेबी से रजिस्टर्ड ब्रोकर के जरिए निवेश करें।
  • बैंक में जाकर डिमैट अकाउंट खुलवाएं।
  • शेयर मार्केट में पैसा निवेश करने के लिए बैंक अकाउंट लिंक करें।
  • अपने ट्रेडिंग या डीमैट अकाउंट में पैसा जमा करें।
  • किसी भी ब्रोकर को आईडी व पासवर्ड कभी शेयर न करें।
  • ब्रोकर भी बिना अनुमति शेयर खरीद-बेच नहीं सकता।