निया में परमाणु ऊर्जा के इस्तेमाल और इसकी बढ़ती मांग को 2050 तक पूरा करने के लिए यूरेनियम के भंडार पर्याप्त हैं। लेकिन बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए नए खोज, खनन कार्यों और प्रोसेसिंग तकनीकों में भारी निवेश की ज़रूरत है। न्यूक्लियर एनर्जी एजेंसी और इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने एक संयुक्त रिपोर्ट में कहा कि अगर दुनिया में सभी देशों की परमाणु क्षमता 2050 तक बढ़ती है और इसकी डिमांड ज्यादा हाई रहती है तो वह दिन दूर नहीं जब परमाणु ऊर्जा या परमाणु हथियारों में इस्तेमाल होने वाला तत्व यूरेनियम खत्म हो जाएगा। कहा यह भी जा रहा है कि अभी तक जो भी भंडार मिले हैं, उस हिसाब से यूरेनियम संसाधन 2080 के दशक तक खत्म हो जाएंगे।