पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से कुत्तों के आतंक की ऐसी कहानी आई है, जिसे सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं. पहले दोनों कहानियों के बारे में जान लीजिए. उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक कुत्ते ने 5 घंटे के भीतर 18 बच्चों को काट खाया. इतनी बड़ी संख्या में कुत्ते के काटे जाने के बाद जख्मी बच्चे सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल पहुंचे. डॉक्टर भी घबरा गए कि आखिर 5 घंटे के भीतर इतनी बड़ी संख्या में बच्चों को कुत्ते ने कैसे काट खाया. हल्द्वानी के इंदिरा नगर इलाके में एक कुत्ते ने शाम 5 बजे एक बच्चे को अपना शिकार बनाया और रात 9 बजे तक वो 18 बच्चों को जख्मी कर चुका था.
दूसरी घटना उत्तर प्रदेश के सहारनपुर की है. यहां के कोतवाली बेहट इलाके के दयालपुर गांव में कुत्तों के एक झुंड ने एक घर पर हमला बोल दिया. आदमखोर कुत्तों ने घर के आंगन में सो रहे 3 महीने के एक बच्चे को उठाकर ले गया और उसे अपना निवाला बना लिया. दूसरे दिन बच्चे का बुरी तरह से क्षत विक्षत शव बरामद हुआ. बच्चे के शव से सिर गायब था. इस घटना की शिकायत पुलिस में की गई तो पुलिस ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए. पुलिस का कहना था कि मामला कुत्तों का है इसलिए वो कुछ नहीं कर सकते. ये अपनेआप में अजीब बात है कि एक बच्चे की दर्दनाक मौत के बाद भी पुलिस ने इस मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया.
गांववालों पुलिस प्रशासन से लेकर वन विभाग तक से शिकायत कर चुके हैं लेकिन इस बारे में कोई सुनवाई नहीं होती. बुलंदशहर में ही पिछले दिनों आवारा कुत्तों ने 4 दर्जन से ज्यादा लोगों को शिकार बनाया है. आखिर आक्रमक कुत्तों से कैसे निजात पाया जाए और कुत्तों के काटे जाने की स्थिति में क्या बचाव के उपाय किए जाएं. आइए इसके बारे में जान लें.
कुत्ते के काटने पर ये करें:
-सबसे पहले काटे जाने वाली जगह को नल के बहते पानी के नीचे रखें. घाव को अच्छी तरह साबुन से रगड़-रगड़ कर धोएं.
-घाव पर हाइड्रोजन पेराऑक्साइड या आईसोप्रापिल अल्कोहल युक्त कीटाणुनाशक से साफ करें और उसके ऊपर एंटीबायोटिक लगाएं.
-जख्म को बैंडेज से कवर करने के बाद डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए.
-अगर जख्म गहरा है तो खून को बहने से रोकें नहीं. लेकिन अगर खून बहुत तेजी से बह रहा हो तो उस पर भी ध्यान देने की जरूरत है. अगर जख्म सिर या गर्दन पर हो तो फौरन डॉक्टर के पास जाना चाहिए.
-बहते खून को साफ करके दबाकर रखें. 5 मिनट बाद देख लें कि खून का बहना रुका है या नहीं. अगर खून बहना जारी है तो फौरन डॉक्टर के पास जाएं.
-आवारा कुत्तों के काटने के बाद एंटी रेबीज वैक्सीन जरूर लगाना चाहिए.