आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की नेता और दिल्ली के चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा(Alka Lamba) कांग्रेस (Congress) की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मिलने उनके घर पहुंचीं. 10 जनपथ पर हुई इस मुलाकात से अलका लांबा के जल्द ही कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अटकलें तेज़ हो गई हैं. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद ये अटकलें लगने लगीं की आगे चलकर अलका कांग्रेस में शामिल हो सकती हैं. कांग्रेस उनको चांदनी चौक से पार्टी टिकट दे सकती है. हालांकि, कांग्रेस की तरफ से अब तक इस मुलाकात के बारे में कोई डिटेल नहीं दी गई है.
सोनिया गांधी से मुलाकात कर निकलीं अलका लांबा ने भले ही कैमरे पर कोई बात नहीं की, लेकिन उन्होंने फोन पर अपना पक्ष ज़रूर रखा. सोनिया से मुलाकात के बाद अलका ने कहा, ‘सोनिया गांधी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ही नहीं, यूपीए की चेयरपर्सन भी हैं. सोनिया गांधी देश में सेक्युलर विचारधारा की बहुत एक बड़ी नेता भी हैं. देश के मौजूदा हालात पर उनसे लंबे समय से चर्चा करने की योजना थी. आज मौका मिला तो हर मुद्दे पर खुल कर बात हुई. राजनीति में ये विमर्श का दौर चलता रहता है, और चलते रहना चाहिए’.
दिल्ली में 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी इस चुनाव में 2015 के प्रदर्शन को दोहराना चाहती है, लेकिन दूसरी ओर पार्टी और संगठन में बिखराव जारी है. ऐसे में चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा की सोनिया गांधी से मुलाकात को राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है.
अलका ने कही थी AAP छोड़ने की बात
अलका लांबा का काफी समय से आम आदमी पार्टी से मतभेद रहा है. इसके पहले लांबा ने अगस्त में ट्वीट कर आम आदमी पार्टी से इस्तीफा देने की बात कही थी. ट्वीट में अलका लांबा ने लिखा था, “आम आदमी पार्टी में सम्मान से समझौता करके रहने से बेहतर है कि मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दूं और अगला चुनाव चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लडूं.”
अलका लांबा के इस ट्वीट पर आम आदमी पार्टी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर वो इस्तीफा देना चाहती हैं, तो पार्टी उनके फैसले का सम्मान करेगी.
लोकसभा चुनाव में नहीं किया था पार्टी का प्रचार
हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की दिल्ली की सभी सात सीटों पर हार के बाद अलका लांबा ने AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल से जवाब देने को कहा था. इसके बाद उन्हें पार्टी के वॉट्सऐप ग्रुप से हटा दिया गया था.
यही नहीं, अलका लांबा ने लोकसभा चुनावों में पार्टी का प्रचार करने से भी इनकार कर दिया था. अरविंद केजरीवाल के रोडशो में भी वह शामिल नहीं हुई थीं. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज के साथ भी उनकी ट्विटर पर तीखी झड़प हो चुकी है.’
अब भले ही अलका लांबा सोनिया गांधी से अपनी मुलाकात को स्वाभाविक बताने की कोशिश कर रही हों, लेकिन जानकार बताते हैं कि सोनिया गांधी से तभी मुलाकात होती है; जब सब कुछ तय हो जाता है. मतलब अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ, तो अलका की घर वापसी तय है.