गणतंत्र दिवस पर निकाली जाने वाली भव्य परेड का पहला रूट पूर्वाभ्यास लखनऊ में बुधवार को जोशीले अंदाज में हुआ। मार्च पास्ट में शामिल सेना के जवान, पुलिस कर्मी और स्कूल-कॉलेजों के बालक-बालिकाओं की टोलियां देशभक्ति से ओतप्रोत बैंड की धुन पर कदम ताल के साथ विधान भवन के समक्ष बने सलामी मंच के सामने से गुजरीं। पूर्वाभ्यास में शामिल सेना का टैंक टी-90 भीष्म, 105 एमएम फील्ड गन एकीकृत संचार वाहन व 7.62 एमएम लाइट मशीन गन, लाइट राकेट लॉन्चर सहित अन्य सैन्य साजो-सामान ने दर्शकों को रोमांचित किया।
पूर्वाभ्यास सुबह साढ़े नौ बजे से चारबाग रेल आरक्षण केंद्र के समीप से शुरू हुआ। इसकी कमान सेना के मेजर वात्सल्य तिवारी ने संभाली। आगे टैंक भीष्म व अन्य साजो-सामान युक्त वाहन चल रहे थे।
वहीं 4 डोगरा रेजीमेंट, एएमसी सेंटर कमांड, 16 जाट रेजीमेंट, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल, 9 राजपूत रेजीमेंटल सेंटर, यूपी पुलिस, पीएसी, एटीएस कमांडो, राजस्थान आर्म्स कॉन्स्टेबुलरी के कदमताल ने जोश भरा।
इनके साथ होमगार्ड, एनसीसी, सैनिक स्कूल, सेंट जोजफ, सीएमएस, बॉयज, एंग्लो बंगाली इंटर कॉलेज, लखनऊ पब्लिक कॉलेज, बाल विद्या मंदिर और लखनऊ पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं की टोलियां बैंड दस्तों की देशभक्ति धुनों पर कदम ताल करते निकलीं तो दर्शकों ने तालियां बजाकर उनकी हौसला अफजाई की।
मार्च पास्ट में बैंड धुनों पर कदमताल करती टुकड़ियों के पीछे दिलकश अंदाज में पीटी, ड्रिल व नृत्य प्रस्तुत दैते स्कूली बच्चों के दल भी शामिल रहे।
चारबाग से शुरू हुई स्टेशन रोड होते हुए हुसैनगंज चौराहा, बर्लिंग्टन, विधान भवन के सामने बने मुख्य सलामी मंच के सामने से होते हुए मेफेयर तिराहा होकर हिंदी संस्थान के बगल से केडी सिंह बाबू स्टेडियम के छह नंबर गेट पर समाप्त हुई।
खराब सड़क और गंदगी के ढेर मिले प्रभारी अधिकारी परेड व सिटी मजिस्ट्रेट एसपी सिंह ने बताया कि पहले पूर्वाभ्यास के दौरान परेड रूट पर हुसैनगंज, बर्लिंग्टन चौराहा के आसपास कुछ जगह गदंगी और सड़क निर्माण दुरुस्त न मिला। संबंधित विभागों के जिम्मेदारों को 24 जनवरी को होने वाले अंतिम पूर्वाभ्यास से पहले इन खामियों को दूर कराने का निर्देश दिया गया है।
कुछ टोलियों के बीच कदमताल की रिदम सही न होने के कारण परेड के समापन में तय समय से कुछ ज्यादा समय लगा। इस परेशानी को भी अंतिम पूर्वाभ्यास में दूर कराया जाएगा।
झांकियों में पॉलिथीन का प्रयोग प्रतिबंधित
परेड आयोजन समिति से जुड़े प्रभारी अधिकारी व एडीएम सिटी केपी सिंह ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनजर परेड में शामिल झांकियों के साथ इस बार निगरानी व स्कॉर्ट करने को संबंधित विभाग के सिर्फ चार लोगों को ही साथ चलने की अनुमति रहेगी।
साथ ही झांकियों को बनाने व सजाने में पॉलिथीन का प्रयोग पूरी सख्ती से प्रतिबंधित रहेगा।
विधान भवन के समक्ष बनने वाले सलामी मंच के पास एक झांकी को सिर्फ तीस सेकंड ही ठहरने की अनुमति होगी।
झांकियों के आगे तथा पीछे सांस्कृतिक दल या टोलियां नहीं दिखेंगी। परेड में झांकियों का क्रम लॉटरी के आधार पर तय होगा।
परेड के पूर्वाभ्यास के विभिन्न दृश्य।