कृषि कानूनों (New Farm Laws) और MSP पर कानून की मांग पर किसानों के आंदोलन (Farmers Protest) को आज 134 दिन पूरे हो गए. लंबित मांगों के अलावा अब आंदोलनरत किसानों ने DAP के दामों में वृद्धि के खिलाफ भी मोर्चा खोलने का ऐलान किया है. किसानों की मांग है कि इन कृषि उत्पादों पर भी दाम कम किए जाएं वरना आंदोलन को दोबारा तेज कर दिया जाएगा. इसके अलावा कल यानि 10 अप्रैल को किसानों ने कुंडली-मानेसर-पलवल (KMP) हाईवे को 24 घंटे के लिए बंद रखने का ऐलान भी किया है.
डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि केएमपी हाईवे को बंद करने को लेकर सभी बॉर्डर्स पर बैठकें की जा रही हैं और हम यह स्पष्ट
करते हैं कि किासन कभी आम लोगों को परेशान नहीं कर सके, लेकिन सरकार हमारी आवाज को सुन नहीं रही. इस दौरान लोगों को होने वाली असुविधा को लेकर डॉ. दर्शनपाल ने कहा कि हम सभी किसानों की तरफ से आश्वस्त करते हैं कि KMP बंद के दौरान आम नागरिकों के साथ अच्छा बर्ताव किया जाएगा और यह बंद पूरी तरह से शांतिपूर्वक रहेगा.
उन्होंने आगे कहा कि किसान लंबे समय से फसलों के उचित दामों और बढ़ रहे खर्चे के मामलों पर संघर्ष करते आ रहे हैं और किसान इस समय दोगुनी मार झेल रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक तो तय किए MSP पर खरीद नहीं होती, दूसरा खेती पर लागत इतनी बढ़ रही है कि वह फसल के मूल्य से भी अधिक हो जाती है. उनके अनुसार, हाल ही में IFFCO द्वारा जारी किए गए नोटिस के अनुसार DAP की बोरी अब ₹ 1200 की जगह 1900 ₹ की मिलेगी. इसी तरह अन्य उत्पादों के दाम भी बढ़ाए गए हैं. यह प्रत्यक्ष रूप से किसानों पर हमला है, जहां किसानों को महंगे दामों पर DAP खरीदनी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में किसान तीनों कानूनों को रद्द करवाने व MSP की मांग के साथ-साथ अन्य किसानों पर हमलावर अन्य मांगों पर भी उसी जोर से लड़ेंगे
हालांकि IFFCO ने डाई अमोनियम फास्फेट यानी DAP, जिसे हम आम तौर पर डाई कहते हैं, की कीमत 300 रुपए बोरी बढ़ाए जाने की बात को खारिज कर दिया है. इफको का कहना है कि पहले से पैक हो चुका खाद पुरानी कीमत पर बिकता रहेगा. इफको ने बयान जारी कर मीडिया में चल रही खबरों को गलत करार दिया है. इफको की तरफ से आए बयान में कहा गया है कि हमारे पास 11.26 लाख मिट्रिक टन खाद का स्टॉक है और यह किसानों को पुराने दाम पर ही मिलता रहेगा. नए दाम वाला खाद बेचने के लिए नहीं हैं.