कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के मामले में पेटेंट छूट को लेकर चली आ रही बहस के बीच बड़ी खबर है. अमेरिका ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में इस पहल का समर्थन करने का फैसला किया है. इस बात की जानकारी अमेरिका की व्यापार प्रतिनिधि कैथरीन ताई ने एक बयान जारी कर दी है. वैक्सीन में पेटेंट छूट का समर्थन 100 से भी ज्यादा देश कर रहे हैं. ऐसे में इस खबर के बाद वैक्सीन उत्पादन में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है.
अमेरिका ने फैसला किया है कि डब्ल्युटीओ में कोविड वैक्सीन में ट्रेड रिलेटेड इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स यानि TRIPS में छूट का समर्थन करेंगे. इस पहल की शुरुआत सबसे पहले भारत और दक्षिण अफ्रीका ने बीते अक्टूबर में की थी. ताई ने कहा ‘प्रशासन को बौद्धिक संपदा संरक्षण में काफी भरोसा है, लेकिन इस महामारी को खत्म करने की सेवा में कोविड वैक्सीन के मामले में उन सुरक्षाओं से छूटा का समर्थन करता है.’
व्यापार प्रतिनिधि ताई ने बुधवार को कहा कि यह वैश्विक स्वास्थ्य संकट है और कोविड-19 महामारी की असाधारण परिस्थितियों में असाधारण कदम उठाने की आवश्यकता है. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, 100 से ज्यादा देशों ने इस पहल का समर्थन किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर भी इस छूट का समर्थन करने का दबाव था. कांग्रेस के 110 डेमोक्रेटिक सदस्यों ने इस मुद्दे पर उन्हें लिखा भी था. इससे पहले अप्रैल में बर्नी सैंडर्स औऱ 9 डेमोक्रेटिक सीनेटर्स ने राष्ट्रपति को छूट के समर्थन में लिखा था. पेटेंट छूट का समर्थन करने वालों में एलिजाबेथ वॉरेन का नाम भी शामिल है.
समर्थन के साथ विरोध भी है
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका के इस फैसले के बाद कैपिटल हिल के कुछ हिस्सों में विरोध के सुर भी उठे हैं. कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने मंगलवार रात बाइडन को लिखकर वैक्सीन उत्पादन बढ़ाने के लिए दूसरे रास्तों पर विचार करने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका की प्रतिस्पर्धा को प्रभावित करेगा.