झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) में नक्सलियों (Naxalite) ने बराकर नदी (Barakar River) पर बने पुल को आईईडी विस्फोट (IED Explosion) से उड़ा दिया है. शनिवार देर रात अंजाम दी गई इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. नक्सलियों ने मौके पर घटना की जिम्मेदारी लेते हुए पर्चे भी छोड़े हैं. इसके पहले भी शुक्रवार रात को नक्सलियों ने गिरिडीह (Giridih) जिले में 2 मोबाइल टावरों को विस्फोट के जरिए उड़ा दिया था.
प्रशांत बोस की गिरफ्तारी का विरोध
बता दें कि नक्सलियों ने अपने लीडर प्रशांत बोस (Prasant Bose) और उनकी पत्नी शीला मरांडी (Sheela Marandi) की गिरफ्तारी के खिलाफ 21 जनवरी से लेकर 26 जनवरी तक प्रतिरोध सप्ताह मनाने का एलान किया है. इसे लेकर झारखंड और बिहार (Bihar) की पुलिस ने अलर्ट जारी किया है, लेकिन तमाम चौकसी के बावजूद नक्सलियों ने 2 दिनों में 2 घटनाओं को अंजाम दिया है.
आधा दर्जन गांवों का आपस में संपर्क हुआ बाधित
शनिवार रात नक्सलियों ने बराकर नदी पर बने जिस पुल को आईईडी विस्फोट के जरिए उड़ाया है, वो गिरिडीह के सदर प्रखंड के सिंदवारिया और लुरंगी गांव के बीच स्थित है. इस पुल का निर्माण 2018 में हुआ था. पुल के एक बड़े हिस्से के ध्वस्त हो जाने से लगभग आधा दर्जन गांवों का आपस में संपर्क बाधित हो गया है.
दहशत में लोग
शनिवार देर रात जब तेज आवाज के साथ विस्फोट हुआ तो लोग दहशत में आ गए. बताया जा रहा है कि पुल उड़ाने पहुंचे माओवादियों की संख्या लगभग 50 थी. नक्सलियों के जाने के बाद स्थानीय पुलिस को इसकी सूचना दी गई. खुफिया विभाग ने पहले ही आशंका जाहिर की थी कि प्रतिरोध सप्ताह के दौरान नक्सली सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और हिंसक घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं.