CM Bhupesh Baghel Kanwad Yatra: छत्तीसगढ़ में चुनावी मुहाने पर खड़ा है. कांग्रेस (Congress) कर्नाटक की तरह ही छत्तीसगढ़ में जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. वहीं कर्नाटक में जिस तरह बरंजबली और हिंदुत्व की जोरदार चर्चा हुई थी.
उसका असर छत्तीसगढ़ की चुनावी माहौल में भी दिखने लगा है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ये कहते हुए थक नहीं रहे हैं कि बजरंग बली हमारे साथ हैं.
इसी के बीच 7वें सावन सोमवार पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने डमरू बजाकर और कांवड़ यात्रा की शुरुआत की और बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरुआत करने की घोषणा कर दिया है. दरअसल, सोमवार को राजधानी रायपुर (Raipur) में रायपुर पश्चिम में कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव और विधायक विकास उपाध्याय ने एक बड़ी कांवड़ यात्रा निकाली है. इसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भोलेनाथ की पूजा अर्चना करते हुए डमरू बजाया है और कांवड़ लेकर भोले के भक्तों के साथ चलने लगे.
अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा
इसके बाद इस यात्रा को हजारों श्रद्धालुओं के साथ विधायक विकास उपाध्याय ने हटकेश्वर महादेव मंदिर तक जाकर पूरा किया है. इस दौरान विकास रायपुर शहर में 12 किलोमीटर से अधिक दूरी तक भारी भीड़ में पैदल चलते रहे. इसके अलावा सोमवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाग पंचमी के मौके पर रायपुर में हुए कुस्ती के आयोजन में एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने राज्य में अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पहलवानों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का भी उन्होंने ऐलान किया है.
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने क्या कहा
इस घोषणा को लेकर उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों का सुंदर वातावरण पुनः तैयार करना है. साथ ही हमारे प्रदेश की कुश्ती की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है. रायपुर पश्चिम से विधायक और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने एबीपी न्यूज से हिन्दुत्व के सवाल पर कहा कि कांवड़ यात्रा को राजनितिक चस्मे से नहीं देखना चाहिए. हजारों की जन सैलाब शंकर भगवान की कांवड़ यात्रा में शामिल हुए हैं ये ऐतिहासिक है. हमारे ईष्ट देव की पूजा पाठ करते हैं. हमारी परंपरा, कहीं न कहीं उसी का फल होता है, जो हमें शक्ति देता है ताकत देता है और उसी के माध्यम से हमें ऊर्जा मिलती है.
सीएम भूपेश बघेल की घोषणा
इसके अलावा सोमवार शाम को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नाग पंचमी के मौके पर रायपुर में हुए कुस्ती के आयोजन में एक बड़ी घोषणा की है. उन्होंने राज्य में अखाड़ों के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पहलवानों की प्रतिभाओं को निखारने के लिए बजरंगबली अखाड़ा प्रोत्साहन योजना शुरू करने की घोषणा कर दी है. इसके साथ ही राजधानी रायपुर में राज्य स्तरीय कुश्ती अकादमी खोलने का भी उन्होंने ऐलान किया है. इस घोषणा को लेकर उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों का सुंदर वातावरण पुनः तैयार करना है. साथ ही हमारे प्रदेश की कुश्ती की प्रतिभाओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मंच पर लाना है.
कांग्रेस अब हिंदुत्व के रास्ते पर चल रही है!
रायपुर पश्चिम से विधायक और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय हिन्दुत्व के सवाल पर कहा कि कांवड़ यात्रा को राजनितिक चस्मे से नहीं देखना चाहिए. हजारों की जन सैलाब शंकर भगवान की कांवड़ यात्रा में शामिल हुए है ये ऐतिहासिक है. हमारे ईष्ट देव की पूजा पाठ करते है. हमारी परंपरा, कहीं न कहीं उसी का फल होता है जो हमें शक्ति देता है ताकत देता है और उसी के माध्यम से हमे ऊर्जा मिलती है.
गौरतलब है कि जिस तरह कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बड़ी जीत मिली इसको कांग्रेस ने बजरंग बली का आशीर्वाद बताया. इसके बाद से अब आने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस बजरंग बली को अपने साथ लेकर चलने की कोशिश कर रही है. इसी साल रायगढ़ में हुए राष्ट्रीय रामायण महोत्सव में बजरंग बली के रूप में एक कलाकार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ खड़े रहते हुए दिखाया गया था. रोजाना प्रतियोगिता की शुरुआत के पहले हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता था. इसके बाद से लगातार कांग्रेस दावा कर रही है की बजरंग बली उनके साथ हैं.