अमेरिका बनाम चीन: GDP में कौन कितना आगे?
नई दिल्ली। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच आर्थिक वर्चस्व की दौड़ लगातार तेज़ होती जा रही है। 2025 की ताज़ा वैश्विक रिपोर्ट्स दर्शाती हैं कि जहां नाममात्र GDP (Nominal GDP) के मामले में अमेरिका अब भी सबसे ऊपर है, वहीं क्रय शक्ति समानता (PPP) के आधार पर चीन ने बाज़ी मार ली है।
अमेरिका अब भी शीर्ष पर Nominal GDP में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 2025 में अमेरिका की कुल नाममात्र GDP लगभग 30.5 ट्रिलियन डॉलर पर पहुँच गई है। इसके मुकाबले चीन की GDP 19.2 ट्रिलियन डॉलर के आसपास आंकी गई है। इसका अर्थ है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था चीन से करीब 1.6 गुना बड़ी बनी हुई है।
PPP में चीन का बढ़ता दबदबा हालांकि, यदि GDP को क्रय शक्ति समानता (Purchasing Power Parity – PPP) के आधार पर मापा जाए, तो परिदृश्य उलट जाता है। रिपोर्टों के मुताबिक, 2025 में चीन की GDP (PPP) लगभग 39.4 ट्रिलियन डॉलर तक पहुँच चुकी है, जबकि अमेरिका की PPP GDP 30.3 ट्रिलियन डॉलर के करीब है। इस दृष्टिकोण से देखा जाए तो चीन अब वैश्विक अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा खिलाड़ी बन चुका है।
क्यों फर्क है Nominal और PPP में? नाममात्र GDP आमतौर पर डॉलर के मुकाबले मापी जाती है और वैश्विक वित्तीय ताकत को दर्शाती है, जबकि PPP GDP यह बताती है कि किसी देश की घरेलू अर्थव्यवस्था में कितनी वस्तुएं और सेवाएं खरीदी जा सकती हैं। इसलिए चीन, जो कि कम उत्पादन लागत और विशाल जनसंख्या के कारण घरेलू खपत में सक्षम है, PPP के पैमाने पर अमेरिका से आगे निकल चुका है।
विकास दर में भी चीन आगे GDP वृद्धि दर के मामले में भी चीन ने अमेरिका को पीछे छोड़ा है। 2025 में अमेरिका की अनुमानित विकास दर 1.9% रही, जबकि चीन ने लगभग 4% की दर से वृद्धि दर्ज की है। यह अंतर भविष्य में चीन की संभावनाओं को और मज़बूत बनाता है।