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“UIDAI Report: हर दिन ताकतवर हो रहा Aadhaar! अगस्त में आधार से हुए अब तक के सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शन”

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“UIDAI Report: हर दिन ताकतवर हो रहा Aadhaar! अगस्त में आधार से हुए अब तक के सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शन”

देश में आधार-बेस्ड ऑथेंटिकेशन लगातार तेजी से बढ़ रहा है. भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2025 में आधार धारकों ने 221 करोड़ से ज्यादा ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन पूरे किए.

ये पिछले साल अगस्त 2024 की तुलना में 10.3 फीसदी की बढ़ोतरी है.

UIDAI ने कहा कि आधार का बढ़ता इस्तेमाल दर्शाता है कि ये अब भारत की डिजिटल इकॉनमी के लिए बेहद अहम टूल बन चुका है. इसका फायदा लोगों को कल्याणकारी योजनाओं के सुचारू वितरण से लेकर विभिन्न सेवाओं के स्वैच्छिक इस्तेमाल तक मिल रहा है.

फेस ऑथेंटिकेशन का बढ़ता चलन अगस्त में, इस एआई-पावर्ड मेथड का इस्तेमाल कर 18.6 करोड़ ट्रांजैक्शन किए गए. ये आंकड़ा पिछले साल अगस्त 2024 में दर्ज 6.04 करोड़ की तुलना में कई गुना ज्यादा है. अब तक कुल मिलाकर 213 करोड़ से अधिक फेस ऑथेंटिकेशन ट्रांजैक्शन पूरे हो चुके हैं.

1 सितंबर को UIDAI ने अब तक का सबसे ज्यादा एक दिन का रिकॉर्ड दर्ज किया, जब 1.5 करोड़ से ज्यादा फेस ऑथेंटिकेशन किए गए. इससे पहले 1 अगस्त को 1.28 करोड़ का उच्चतम स्तर दर्ज हुआ था.

मोबाइल पर आसान वेरिफिकेशन UIDAI के अनुसार फेस ऑथेंटिकेशन की सुविधा एंड्रॉइड और iOS दोनों डिवाइस पर उपलब्ध है. यूजर्स सिर्फ एक फेस स्कैन से अपनी पहचान वेरिफाई कर सकते हैं. ये न सिर्फ ज्यादा सुविधाजनक है बल्कि उच्च सुरक्षा मानकों को भी सुनिश्चित करता है.

अभी तक 150 से ज्यादा सरकारी विभाग, बैंकिंग-फाइनेंशियल संस्थान, तेल कंपनियां और टेलीकॉम ऑपरेटर इस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं.

ई-केवाईसी सेवाओं की भी डिमांड आधार-बेस्ड इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर (e-KYC) सेवाओं का इस्तेमाल भी तेजी से बढ़ रहा है. अगस्त में 38.53 करोड़ e-KYC ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए. UIDAI का कहना है कि e-KYC बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और दूसरे सेक्टर्स में प्रक्रियाओं को आसान बनाकर ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बना रही है.

डिजिटल इकॉनमी की रीढ़ बना आधार UIDAI ने कहा कि आधार ऑथेंटिकेशन में लगातार हो रही वृद्धि ये दर्शाती है कि देश भर में इसकी स्वीकार्यता लगातार बढ़ रही है. ये न सिर्फ सरकार की वेलफेयर स्कीम्स को आसान बनाता है बल्कि डिजिटल इंडिया और मजबूत डिजिटल इकॉनमी की दिशा में भी अहम योगदान देता है.