संसद हमले के बाद चारों ओर निराशा थी। आतंकियों को जवाब देने की आवाज हर ओर उठ रही थी, तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक करवाया था। इस बात की जानकारी किसी को नहीं, पर एक वैबसाइट ने अपनी एक्सक्लूसिव खबर में इस बात का खुलासा किया। वैबसाइट के मुताबिक 31 जुलाई, 2002 को 2 बजे सुबह फाइटर पायलट फ्लाइट लैफ्टिनैंट राजीव मिश्रा को फौरन लेजर डैस्टीनेशन यंत्रों के साथ श्रीनगर रवाना होने के ऑर्डर मिले। मिश्रा एयरफोर्स के जगुआर फाइटर जैट विमान को उड़ाया करते थे लेकिन उस रात उन्हें वह उड़ाने के लिए नहीं जगाया गया था।
उस दौरान वायुसेना को इसराईल से लिया गया लेजर गाइडैंस सिस्टम मिला था। इससे पायलट किसी खास निशाने को लेजर तकनीक से नष्ट कर सकता था। मिश्रा वह पहले व्यक्ति थे जिन्हें इस तकनीक का इस्तेमाल करने का मौका मिल रहा था। उड़ने से पहले मिश्रा और उनके 2 साथियों को एयरफोर्स स्ट्राइक सैल द्वारा यह बताया गया था कि उन्हें पाकिस्तान में घुसकर एल.ओ.सी. के पास इस तकनीक का इस्तेमाल करना है। इससे पहले एयरफोर्स ने कभी इस तरह का अभियान नहीं किया था।
चंद लोगों को थी इस ऑप्रेशन की जानकारी
2002 में मई-जून के बीच दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था। पहले यह रणनीति बनाई गई कि भारतीय सेना पाकिस्तान के ठिकानों पर हमला करेगी, पर अचानक सेनाध्यक्ष सुंदराजन पद्मनाभन से बातचीत के बाद इसको बदला गया। उस दौरान के सेनाध्यक्ष सुंदराजन पद्मनाभन ने कहा कि इस बारे में ज्यादा कुछ बताना ठीक नहीं होगा। इसका मकसद पाकिस्तान के आतंकी बेस को नष्ट करना था। लेकिन इस ऑप्रेशन के बारे में सिर्फ चंद राजनेता और ऑप्रेशन का हिस्सा रहे लोग ही जानते हैं।