केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में 10 हजार अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की थी। इसके बाद शुक्रवार को अचानक से अमरनाथ यात्रा को खत्म करने का ऐलान कर दिया गया। इसके बाद से घाटी में निवासी काफी परेशान हो गए। ऐसे में तमाम तरह की अफवाहें भी सामने आने लगी। सरकार के इस कदम पर लोग सवाल खड़े करने लगे और पूछने लगे कि आखिर ऐसा क्यों किया गया।
अब कयास लगाए जा रहे हैं कि इंटेलिजेंस टीम ने बेहद अहम इनपुट्स के आधार पर ये कदम उठाया। जानकारी के अनुसार, आतंकवादी घाटी में कई आत्मघाती हमले करना चाह रहे हैं। बता दें, आतंकियों की हलचल सीमा पार भी देखी गयी है। ऐसी स्थिति में इंटेलिजेंस द्वारा यह कदम उठाया गया। सूत्रों के अनुसार, पाक अधिकृत कश्मीर के मुजफ्फराबाद में जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर का बड़ा भाई नजर आया है।
115 विदेशी आतंकी घाटी में छुपे हैं
मिली जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में तकरीबन 270-275 आतंकी सक्रिय रूप से अपना काम कर रहे हैं, जबकि इनमें से 115 विदेशी आतंकी हैं। इस मामले में सूत्रों का कहना है कि करीब 200 आतंकी पाकिस्तान की तरफ से घुसपैठ करने की फिराक में हैं। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने घाटी में 10 हजार अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है।