Home विदेश Singapore Manufacturing Company : सिंगापुर की कई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां करने लगी है...

Singapore Manufacturing Company : सिंगापुर की कई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां करने लगी है भारत का रुख, जानें क्या है वजह?

30
0

Singapore Manufacturing Company : सिंगापुर (Singapore) को बिजनेस करने के लिहाज से बेहतरीन जगहों में से एक माना जाता है. इसके पीछे कई मुख्य कारण हैं. इनमें टैक्स सिस्टम, ग्लोबल नेटवर्किंग , क्वालिटी ह्यूमन रिसोर्स को तैयार करने की एबिलिटी और फाइनेंस की सुविधा आदि है.

अब देश में अच्छी व्यवस्था होने के बावजूद सिंगापुर की कई मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां भारत की ओर अपना रुख कर रही है.

सिंगापुर की मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां पहले दक्षिण पूर्व एशियन देशों में अपने सामानों को मैन्युफैक्चर करती थी, लेकिन अब कई कंपनी जो Multinational Companies (MNC) को सपोर्ट और सप्लाई करती हैं, वो कंपनियां भारत का रुख करने लगी हैं.

भारत की भी बड़ी कंपनियां सिंगापुर में मौजूद
सिंगापुर में भी एक महत्वपूर्ण भारतीय डायस्पोरा है और इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि कई भारतीय बिजनेस ने सिंगापुर में बेस तैयार किए हुए हैं. सिंगापुर में स्थिति भारतीय उच्चायोग के अनुसार देश में लगभग 9,000 भारतीय कंपनियों ने रजिस्ट्रेशन किया हुआ है. इनमें टाटा समूह, महिंद्रा एंड महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, विज्ञापन समूह, इंफोसिस और विप्रो जैसी भारतीय कंपनियां शामिल हैं. भारत और सिंगापुर के बीच कई सालों से मजबूत व्यापारिक संबंध रहे हैं.

सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर
फाइनेंशियल ईयर 2021-22 के दौरान भारत और सिंगापुर ने 30.11 बिलियन अमरीकी डालर (24 खरब) का व्यापार किया. भारत के कुल व्यापार में 2.9 फीसदी की हिस्सेदारी रही. इसके साथ ही सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर है. इसके अलावा सिंगापुर का कुल व्यापार में 2.3 फीसदी की हिस्सेदारी रही. भारत सिंगापुर का 12वां सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर भी है.

साल 2021 में सिंगापुर ने Forest Direct Investment (FDI) के तहत भारत में 15.87 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया, जबकि भारत ने 18.41 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश सिंगापुर में किया. अगर पिछले 22 सालों की बात करें तो अप्रैल 2000 से सितंबर 2022 तक सिंगापुर ने 140.99 बिलियन अमरीकी डालर का निवेश भारत में किया है.

पीएम मोदी की मेक इन इंडिया
सिंगापुर ने भारत में जिन क्षेत्रों में निवेश किया है, वो सर्विस सेक्टर, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, मेडिसिन और फार्मास्यूटिकल्स रही हैं. एक और क्षेत्र है, जिससे सिंगापुर से अधिक निवेश की उम्मीद वो है मैन्युफैक्चरिंग. भारत में साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद ज्यादा-से-ज्यादा देशों को भारत में निवेश करने को आकर्षित किया जाने लगा.

इसमें लिए पीएम मोदी के तरफ से चलाई गई मेक इन इंडिया (Make In India) कैंपेन ने बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मोदी सरकार ने विदेशी कंपनियों के लिए देश में काम करना आसान बना दिया. भारत विश्व बैंक के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स में साल 2016 से 2019 के बीच 190 देशों में से 130वें स्थान से 63वें स्थान पर पहुंच गया.

: