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फेस्टिवल : ई-कॉमर्स कंपनियों की सेल और बाजार में खरीदारी की भीड़ सभी पर फेस्टिव सीजन में ज्यादा फायदे… समझिये!

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नवरात्रि, दशहरा, करवाचौथ, दिवाली, देव दिपावली…फिर शादियों का सीजन, क्रिसमस और न्यू ईयर,

अगर आने वाले कुछ महीने देखें तो देश में हर कोई फेस्टिव वाइब में डूबा नजर आएगा. ये सिर्फ लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि सोने-चांदी की कीमतों, ई-कॉमर्स कंपनियों की सेल और बाजार में खरीदारी की भीड़ सभी पर फेस्टिव सीजन का रंग चढ़ा है, और सबसे ज्यादा फायदे में डिजिटल इंडस्ट्री रहने वाली है.

कैसे?

फेस्टिव सीजन की वजह से डिजिटल इंडस्ट्री का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है. इस दौरान लगने वाली सेल की वजह से डिजिटल ट्रांजेक्शन से लेकर डिजिटल लेंडिंग तक बढ़ रही है. इसका फायदा डिजिटल पेमेंट कंपनियों से लेकर फिनटेक कंपनियों को भरपूर मिल रहा है.

लोन से हो रही फेस्टिव सीजन की शॉपिंग

हाल में ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने अपनी एनुअल सेल ‘द ग्रेट इंडियन फेस्टिवल’ की शुरुआत की. कंपनी का कहना है कि इस दौरान भारत में उसकी साइट पर होने वाले शॉपिंग ऑर्डर्स में से 25% ऐसे ऑर्डर हैं, जो किसी ना किसी तरह के उधार पर हुए हैं. मतलब लोगों ने इन ऑर्डर्स के लिए ‘बाय नाऊ, पे लेटर’, क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की ईएमआई या ‘नो कॉस्ट ईएमआई’ ऑप्शन लेकर ये ऑर्डर किए हैं. इतना ही नहीं इन टोटल ईएमआई ऑर्डर में से हर 4 में से 3 ऑर्डर सिर्फ ‘नो कॉस्ट ईएमआई’ ऑप्शन के साथ हुए हैं.

बढ़ रहा फिनटेक कंपनियों का कारोबार

डिजिटल लोन की सुविधा के चलते अब कई फिनटेक कंपनियां इस मैदान में हैं. फेस्टिव सीजन उनके लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है. ईटी की खबर के मुताबिक अधिकतर फिनटेक कंपनियों के कारोबार में इस दौरान 15 से 20 प्रतिशत की ग्रोथ देखी गई है.देश में डिजिटल पेमेंट 2022 में जहां 106 अरब डॉलर के हुए. वहीं इसमें फिनटेक कंपनियों के डिजिटल लोन की हिस्सेदारी 66 अरब डॉलर की रही. ये डिजिटल लेनदेन आधे से ज्यादा है.

मुंबई की फिनटेक कंपनी ‘नियो ग्रोथ’ को अक्टूबर-दिसंबर के दौरान 750 करोड़ का लोन बंट जाने की उम्मीद है.

पेटीएम को भी अपने कर्ज कारोबार में तेजी आने की संभावना दिख रही है. इतना ही एमएसएमई को लोन देने वाली फिनटेक कंपनी ‘फ्लेक्सी लोन’ को फेस्टिव सीजन में लोन एप्लिकेशन में 50 प्रतिशत ग्रोथ की उम्मीद है. ज्यादा लोन बंटने से फिनटेक कंपनियों को ज्यादा ब्याज और मुनाफा हासिल होगा, जो ओवरऑल उनके लिए मुनाफे का सौदा साबित होगा.