अपने घर का सपना तो हर किसी की आंखों में होता है. लेकिन, ज्यादातर लोगों को इस सपने को पूरा करने के लिए बैंक से लोन पर निर्भर रहना पड़ता है. मकान खरीदने वालों के लिए होम लोन लेने के बाद कई साल तक उसकी ईएमआई चुकाना टेढ़ी खीर होता है. कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि ईएमआई चुकाने से बेहतर है कि उतनी रकम का सिप खोला जाए और लोन के टेन्योर तक मकान खरीदने जितनी रकम तैयार की जा सकती है. म्यूचुअल फंड का सिप और होम लोन की ईएमआई, लगभग एक जैसी ही चीज लगती है. सिप में भी आप एक निश्चित रकम हर महीने निवेश करते हैं, ठीक वैसे ही जैसे होम लोन लेने के बाद उसकी ईएमआई हर महीने चुकाई जाती है. अब अगर ईएमआई जितनी रकम को ही सिप में निवेश कर दिया जाए तो क्या लोन के टेन्योर जितने समय में ही होम लोन जितनी रकम तैयार की जा सकती है.
होम लोन पर कितना ब्याज
मान लीजिए आपने 60 लाख रुपये का होम लोन 20 साल के लिए 9 फीसदी सालाना ब्याज दर पर लिया है. इस पर आपको हर महीने 53,984 रुपये की ईएमआई चुकानी पड़ेगी और पूरे टेन्योर में ब्याज के रूप में 69,56,053 रुपये चुकाएंगे, जबकि 60 लाख मूलधन मिलाकर यह रकम 1.30 करोड़ रुपये के आसपास पहुंच जाएगी. इसका मतलब हुआ कि आपने मकान तो 70 लाख का ही खरीदा, लेकिन उसके लिए दोगुनी रकम चुकानी पड़ जाती है.