गुजरात तट की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज शाम कच्छ जिले के जखाऊ पोर्ट और इससे लगते पाकिस्तान के इलाकों से टकराने वाला है. इस दौरान 125 से 150 किमी प्रति घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं और बारिश होने की आशंका है.
तूफान के खतरे को देखते हुए देश के पश्चिमी इलाकों में रेड अलर्ट है. इसके चलते पश्चिम रेलवे (डब्ल्यूआर) ने एहतियात के तौर पर कुछ और ट्रेनों को रद्द करने या शॉर्ट-टर्मिनेट करने का फैसला किया.
वेस्टर्न रेलवे ने पश्चिम रेलवे द्वारा 15 जून को पूरी तरह रद्द की गई ट्रेनों की जानकारी दी. वहीं, इससे पहले डब्ल्यूआर ने सात और ट्रेनों को रद्द करने बात कही थी. इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा और ट्रेन संचालन के मद्देनजर तीन अन्य ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट और चार अन्य सेवाओं को शॉर्ट-ऑर्गिनेट किया गया. रेलवे के मुताबिक, अब तक 76 ट्रेनें रद्द की गई हैं और 36 ट्रेनें शॉर्ट-टर्मिनेटेड व 31 शॉर्ट-ऑरजिनेट की गई हैं.
आज रद्द की गईं ये ट्रेनें
इसके अलावा, पश्चिम रेलवे द्वारा अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाले क्षेत्रों में ट्रेन यात्रियों के लिए विभिन्न सुरक्षा और सावधानियां बरती जा रही हैं. रेलवे का कहना है कि प्रभावित यात्रियों को नियमानुसार किराए का रिफंड दिया जाएगा.
चक्रवाती तूफान के मद्देनजर रेलवे की तैयारी
रेलवे मुख्यालयों में आपदा प्रबंधन कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है. भावनगर, राजकोट, अहमदाबाद और गांधीधाम में मंडल मुख्यालयों पर आपातकालीन नियंत्रण कक्षों का संचालन किया जा रहा है. कई स्थानों पर हवा की गति की नियमित निगरानी और 50 किमी प्रति घंटे से अधिक हवा की स्पीड होने पर ट्रेनों को नियंत्रित करने या रोकने के निर्देश जारी किये गए है. इसके साथ ही स्टेशनों पर एनीमोमीटर लगाए गए हैं और हर घंटे के आधार पर हवा की गति की रीडिंग ली जा रही है.
Cyclone Biparjoy के लैंडफॉल से पहले गुजरात के मांडवी में तेज बारिश, 74 हजार लोग हटाए गए, NDRF-सेना मुस्तैद
रेलवे द्वारा mausam.imd.gov.in वेबसाइट पर चक्रवात से संबंधित जानकारी की लगातार निगरानी भी की जा रही है. आपातकालीन निकासी के लिए पर्याप्त डीजल लोकोमोटिव और कोचिंग रेक की उपलब्धता सुनिश्चित क़ी गई है. डबल स्टैक कंटेनरों के लदान पर रोक और उनकी आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. किसी भी आपात स्थिति के लिए राहत ट्रेन चलाने की तैयारी भी कर ली गई है. चक्रवात की स्थिति में सुरक्षा प्रोटोकॉल के संबंध में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट की काउंसलिंग की जा रही है.
चालक दल के आराम के लिए बनाए गए विभिन्न रनिंग रूम में भोजन, चिकित्सा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं. वहीं, ट्रेनों में आसानी से हवा के गुजरने के लिए कोचों के दरवाजे और खिड़कियां खुली रखने के निर्देश जारी किये गए हैं. रेलवे द्वारा गहन निगरानी के लिए फुटप्लेट का गहन निरीक्षण भी किया गया है.