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राजनांदगांव : लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष पूर्व सीएम बघेल ने लगाई याचिका, पूर्व सीएम ने राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय पर कार्रवाई की मांग…

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राजनांदगांव : लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष पूर्व सीएम बघेल ने लगाई याचिका, पूर्व सीएम ने राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय पर कार्रवाई की मांग…

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले को लेकर दो जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से अपील की थी कि इस निराधार आरोप को संसद की कार्यवाही से विलोपित करने के निर्देश जारी किए जाएं।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल। लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष पूर्व सीएम बघेल ने लगाई याचिका, पूर्व सीएम ने राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय पर कार्रवाई की मांग, सांसद ने महादेव सट्टा एप को लेकर लोकसभा में दिया था बयान.

छत्‍तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के समक्ष याचिका लगाई है। उन्होंने राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडेय के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दरअसल, सांसद संतोष पांडेय ने लोकसभा के मानसून सत्र के दौरान भूपेश बघेल को लेकर टिप्पणी की थी। महादेव सट्टा मामले को लेकर आरोप लगाए थे।

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने इंटरनेट मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि सांसद संतोष पांडेय ने महादेव सट्टा एप को लेकर लोकसभा में जो गलत बयानी की है, उसके खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका प्रस्तुत की है। उम्मीद है न्याय मिलेगा और सांसद बयान के साक्ष्य प्रस्तुत करेंगे।
दरअसल, सांसद संतोष पांडेय ने संसद में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा था कि राहुल गांधी सोमवार को बार-बार भगवान शंकर की तस्वीर संसद में दिखा रहे थे। भगवान भोलेनाथ हैं। आपने और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री ने पूरे प्रदेश को निपटा दिया और लोकसभा चुनाव में भी निपट गए। वो महादेव के नाम पर सट्टा चला रहे थे।

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री छह हजार करोड़ का सट्टा चला रहे थे। भगवान शंकर को आसानी से ना लें और बात-बात पर फोटो दिखाने की कोशिश ना करें। सांसद के इस बयान पर भूपेश बघेल ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने सवाल किया था कि केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद एप पर बैन क्यों नहीं लगाया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले को लेकर दो जुलाई को लोकसभा अध्यक्ष को पत्र भी लिखा था। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से अपील की थी कि इस निराधार आरोप को संसद की कार्यवाही से विलोपित करने के निर्देश जारी किए जाएं। साथ ही गलत तथ्यों के आधार पर संसद में गैर-मौजूद किसी व्यक्ति पर दोषारोपण करने के लिए सांसद के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने की बात भी लिखी थी।